Farmer Murder Case : मुल्जिम को पकड़ने के लिए प्रयागराज पुलिस की तीन टीमें लगी हैं, एक को भी पकड़ नहीं सकीं
Farmer Murder Case हत्याकांड में शक की सुई अब नामजद आरोपितों की बजाय मृतक हरिश्चंद्र के परिवार वालों की तरफ ही घूम गई है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि घटना से पहले हरिश्चंद्र का अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ था।
प्रयागराज, जेएनएन। तीन दिन, तीन टीम और एक मुल्जिम। जी हां, सोरांव हत्याकांड में पुलिस पिछले तीन दिनों में ताबड़तोड़ छापेमारी करने का दावा कर रही है लेकिन एक आरोपित को अब तक नहीं पकड़ सकी है। फरार चल रहे अभियुक्त राजेश से पुलिस को कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है लेकिन वह गिरफ्त से दूर है। सोरांव थाने की एक टीम, सीओ की एक टीम के अलावा एसओजी की टीम भी उसकी तलाश में खाक छान रही है। फिर भी कोई सफलता अब तक नहीं मिल सकी है।
वहीं, हत्याकांड में शक की सुई अब नामजद आरोपितों की बजाय मृतक हरिश्चंद्र के परिवार वालों की तरफ ही घूम गई है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि घटना से पहले हरिश्चंद्र का अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ था। पत्नी के समर्थन में परिवार के कुछ और भी सदस्य थे। इन सभी से पूछताछ शुरू हुई तो बयानों में अंतर मिला। हरिश्चंद्र के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो तीन संदिग्ध नंबर मिले। पुलिस का यह भी कहना है कि दो और नए नंबर मिले हैं, जिनकी सीडीआर निकलवाई जा रही है। वहीं, संदेह के आधार पर तीन और युवकों को पूछताछ के लिए उठाया गया है।
राजेश की गिरफ्तारी के लिए मऊआइमा, नवाबगंज समेत कई संदिग्ध ठिकाने पर छापेमारी की गई, मगर पकड़ में नहीं आया। तेजोपुर गांव निवासी हरिश्चंद्र की हत्या करके लाश को जला दिया गया था। मामले में गांव के ही चार लोगों के खिलाफ भूमि विवाद में कत्ल का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस तीन आरोपितों को पकड़कर पूछताछ कर रही है, लेकिन उनकी संलिप्तता अब तक नहीं मिली है। एसपी गंगापार धवल जायसवाल का जल्द ही वारदात का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।