UPHEC: पीसीएस अफसरों से भी हाई सैलरी वाली नौकरी देने वाला आयोग चल रहा किराए के जर्जर भवन में
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (UPHEC) से प्रदेश में सबसे अधिक वेतन वाले की टीचरों की भर्ती होती है। यहां से प्रदेश भर के एडेड महाविद्यालयों के लिए 10000 पे स्केल वाले पद प्राचार्य और 6000 पे स्केल वाले पद असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती होती है।
प्रमोद यादव, प्रयागराज। किराए के भवन और 13 कर्मचारी वाले उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) से प्रदेश में सबसे अधिक वेतन वाले की टीचरों की भर्ती होती है। यहां से प्रदेश भर के एडेड महाविद्यालयों के लिए 10,000 पे स्केल वाले पद प्राचार्य और 6,000 पे स्केल वाले पद असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती होती है। यह दोनों पद प्रदेश में सबसे अधिक वेतन वाले हैं।
प्रदेश में सबसे अधिक वेतन वाले हैं यह दोनों पद, इनसे कम अफसरों के वेतन
इसे ऐसे समझिए कि पीसीएस अफसरों का भी पे स्केल 5400 का होता है। तब भी विडंबना यह है कि इस आयोग के पास संसाधनों की कमी है और सृजित पदों के सापेक्ष एक तिहाई कर्मी हैं। इसके बावजूद पिछले पांच साल में यहां से उच्च शिक्षा में पांच हजार पदों पर भर्ती की गई।
किराए की बिल्डिंग वो भी बेहद कमजोर
यूपी में 331 अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालय हैं। इन महाविद्यालयों में प्राचार्य और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए एक अक्टूबर 1980 को उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की स्थापना हुई। एक नवम्बर 1982 से प्रयागराज में इस आयोग ने कार्य शुरू किया। 18 ए न्याय मार्ग पर अशोक नगर में किराए के भवन में इसका कार्यालय बनाया गया। किराए का भवन जर्जर है लेकिन कार्यालय कहीं और स्थानांतरित नहीं किया गया।
50 पद सृजित लेकिन महज 13 की नियुक्ति
यहां पर एक अध्यक्ष, छह सदस्य, सचिव, उप सचिव और लेखाधिकारी के अलावा करीब 50 कर्मचारियों के पद सृजित हैं। वर्तमान में अध्यक्ष डा. ईश्वर शरण विश्वकर्मा, चार सदस्य, सचिव दयानंद प्रसाद, उप सचिव शिवजी मालवीय, लेखाधिकारी कीर्ति के अलावा 13 कर्मचारी हैं। इतने कम कर्मचारी के बावजूद पांच साल से लगातार भर्ती की जा रही है। आयोग से 2017 में 1652 असिस्टेंट प्रोफेसर, 2019 में 1150 असिस्टेंट प्रोफेसर, 2021 में 290 प्राचार्य और 2022 में 2002 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती पूरी की गई है। इसके अलावा 981 पदों पर भर्ती के लिए काम चल रहा है।
सचिव का यह है कहना
आयोग में कर्मचारियों के स्वीकृत पदों के सापेक्ष 13 कर्मियों की ही तैनाती है। इससे काम प्रभावित होता है। सभी कर्मचारी आवेरलोड हैं। कर्मचारियों की भर्ती के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जब तक कर्मचारियों की भर्ती नहीं होती है तब तक आउटसोर्सिंग पर 19 लोग रखे गए हैं। किराए के भवन में चार दशक से कार्यालय चल रहा है। यह जर्जर हो चुका है।
- दयानंद प्रसाद, सचिव, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, प्रयागराज