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प्रयागराज में परिचितों का घर खोजने में दिक्‍कत नहीं होगी, वार्डों में क्रम के अनुसार होंगे मकान नंबर

नगर निगम के वार्डों में क्रमानुसार मकान नंबर अंकित किए जाएंगे। जोन के अनुसार मकान नंबर निर्धारित किया जाएगा। इसके लिए एजेंसी को लगाया जा चुका है जिन वार्डों में कम क्रम के अनुसार मकान नंबर होने से किसी प्रकार का सर्वे करने में कर्मचारियों को भी परेशानी नहीं होगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 15 Aug 2022 01:57 PM (IST)Updated: Mon, 15 Aug 2022 01:57 PM (IST)
प्रयागराज में परिचितों का घर खोजने में दिक्‍कत नहीं होगी, वार्डों में क्रम के अनुसार होंगे मकान नंबर
प्रयागराज नगर निगम आवासों का आवंटन क्रमानुसार करेगा। इससे आम लोगों व निगम के कर्मचारियों को सुविधा होगी।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज नगर निगम आम लोगों की सुविधा के लिए नई पहल करने जा रहा है। अब आपको किसी मोहल्‍ले में रहने वाले परिचितों के घर खोजने में दिक्‍कत नहीं होगी। क्‍योंकि नगर निगम वार्डों में क्रम के अनुसार मकान नंबरों को निर्धारित करेगा। इससे सर्वे करने वाले कर्मियों को भी आसानी होगी।

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सर्वे करने वाले कर्मियों को भी सुविधा होगी : नगर निगम के वार्डों में अब क्रम के अनुसार मकान नंबर अंकित किए जाएंगे। जोन के अनुसार मकान नंबर निर्धारित किया जाएगा। इसके लिए एजेंसी को लगाया जा चुका है, जिन वार्डों में कम क्रम के अनुसार मकान नंबर होने से किसी प्रकार का सर्वे करने में कर्मचारियों को भी परेशानी नहीं होगी।

क्रमवार मकान नंबर न होने से लोगों की दिक्‍कत : पहले नगर निगम में मकान नंबर क्रमवार नहीं होते थे। इससे लोगों को परेशानी होती थी। क्रम के अनुसार नंबर होने से लोगों को किसी भी मकान का पता खोजने में परेशानी नहीं होगी।

क्‍या कहते हैं नगर निगम के अधिकारी : नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि पिछले कई वर्षों से क्रम के अनुसार मकान नंबर जारी करने की कवायद की जा रही थी। हालांकि उसमें सफलता नहीं मिल रही थी। समय के अनुसार अब इसके लिए टीम लगाकर सर्वे कराया जा रहा है‌। इससे आम नागरिकों के अलावा सरकारी कर्मचारियों को भी आसानी होगी।

प्रयागराज शहर में 2.23 लाख मकान हैं : प्रयागराज नगर निगम के अनुसार शहरी क्षेत्र में 2.23 लाख मकान हैं। इन मकानों में क्रम के अनुसार नंबर नहीं है, जिससे गृहकर वसूलने में कर्मचारियों को परेशानी होती है। अब जोन के अनुसार मकानों के नंबर क्रम के अनुसार होंगे।

आधार कार्ड में भी अंकित होगा मकान नंबर : शहरी क्षेत्र में बने मकानों का नंबर क्रम से होने पर इसे आधार कार्ड में भी लोग अंकित करा सकेंगे। यही मकान नंबर जरूरी दस्तावेज में भी काम आएंगे।


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