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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकार्डधारी मूंछ नर्तक, इनके जज्बे को देखकर नगर निगम ने 'स्वच्छता ब्रांड एंबेेस्डर' बनाया

वातारण स्वच्छ व शुद्ध रखने के लिए दुकान जी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। सुबह व शाम स्वच्छता अभियान भी चलाते हैं। उनके जज्बे को देखकर नगर निगम ने अपना स्वच्छता ब्रांड एंबेेस्डर बनाया है। दुकान जी पॉलीथिन के खिलाफ स्लोगन लिखाकर घूम-घूम कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 10:02 AM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 10:02 AM (IST)
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकार्डधारी मूंछ नर्तक, इनके जज्बे को देखकर नगर निगम ने 'स्वच्छता ब्रांड एंबेेस्डर' बनाया
गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्डधारी राजेंद्र तिवारी 'दुकान जी' ने प्रयागराज में स्‍वच्‍छता को लेकर अभियान चलाया है।

प्रयागराज, जेएनएन। विश्व विख्यात मूंछ नर्तक, गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्डधारी राजेंद्र तिवारी 'दुकान जी' प्रयागराज के रहने वाले हैं। उन्‍हाेंने पर्यावरण व जल संरक्षण का बीड़ा उठाया है। अपनी संकल्पना साकार करने के लिए उन्होंने पॉलीथिन को खत्म करने का संकल्प लिया है।

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दुकान जी ने पॉलीथिन के खिलाफ छेड़ी है जंग

वातारण स्वच्छ व शुद्ध रखने के लिए दुकान जी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। सुबह व शाम स्वच्छता अभियान भी चलाते हैं। उनके जज्बे को देखकर नगर निगम ने अपना 'स्वच्छता ब्रांड एंबेेस्डर' बनाया है। दुकान जी पॉलीथिन के खिलाफ स्लोगन लिखाकर घूम-घूम कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

झोला, कुल्हड़ अपनाने की दे रहे सीख

दुकान जी पॉलीथिन का बहिष्कार करने की सीख देने के साथ लोगों से झोला व कुल्हड़ अपनाने की सीख दे रहे हैं। वह पॉलीथिन से होने वाले शारीरिक, सामाजिक नुकसान की बातें बताते हैं। साथ ही झोला व कुल्हड़ के फायदे भी गिना रहे हैं। कहते हैं कि पॉलीथिन जमीन को बंजर बना रही है। नाला-नालियां जाम हो रही है। वहीं जानवर उसे खाकर मर रहे हैं। नालियों व सीवर के जाम होने से बारिश के मौसम में जाम से जूूझना पड़ता है। इससे अनेकों बीमारियां फैलती हैं।

अब स्कूलों में चलाएंगे अभियान

दुकान जी स्कूल व कालेजों में भी जागरूकता अभियान चलाएंगे। नए सत्र में स्कूल-कालेज खुलने पर वहां जाकर पॉलीथिन के खिलाफ व्याख्यान देंगे। कहते हैं कि वे बच्चों के जरिए उनके घर तक सार्थक संदेश भेजना चाहते हैं। बच्चे जागरूक हो जाएंगे तो समाज में स्वत: जागृति पैदा हो जाएगा। यही कारण है कि उन्होंने बच्चों के बीच अभियान चलाने का निर्णय लिया है।


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