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Prayagraj Magh Mela 2021: आज माघ मेला क्षेत्र के काली मार्ग पर होगा जमीन का आवंटन, संस्‍थाओं को दी जाएगी

Prayagraj Magh Mela 2021 इस बार काली मार्ग पर जमीन का कटान ज्यादा हो गया है। गंगा के घुमाव के चलते काली मार्ग की तरफ ज्यादा कटान होने से सेक्टर चार में जगह मिली है। इसलिए जिनकी जमीनें कटी हैं उन्‍हें सेक्टर चार की तरफ शिफ्ट किया जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 10:43 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 10:43 AM (IST)
Prayagraj Magh Mela 2021: आज माघ मेला क्षेत्र के काली मार्ग पर होगा जमीन का आवंटन, संस्‍थाओं को दी जाएगी
माघ मेला क्षेत्र के काली मार्ग पर आज जमीन का आवंटन किया जाएगा।

जेएनएन, प्रयागराज। प्रयागराज में संगम की रेती पर बसने वाले एक माह के माघ मेला में संस्‍थाओं व साधु-संतों को इन दिनों जमीन का आवंटन किया जा रहा है। इसी के तहत आज सोमवार को मेला क्षेत्र के काली मार्ग पर जमीन का आवंटन किया जाएगा। सुबह 10 बजे से आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस रोड पर जिन संस्थाओं को जमीन मिलती थी, उनको पहले से सूचित किया जा चुका है।

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काली मार्ग पर जमीन का कटान अधिक है

इस बार काली मार्ग पर जमीन का कटान ज्यादा हो गया है। गंगा के घुमाव के चलते काली मार्ग की तरफ ज्यादा कटान होने से सेक्टर चार में जगह मिली है। इसलिए इस मार्ग पर जिनकी जमीनें कटी हैं, उन्‍हें सेक्टर चार की तरफ शिफ्ट किया जाएगा। इस मार्ग पर किसी बड़े संत की जमीन नहीं होती है। बल्कि छोटी-छोटी संस्थाओं को जमीन दी जाती है। मेला प्रशासन ने कहा है इस बार किसी की जमीन बढ़ाई नहीं जाएगी। क्योंकि कटान पहले से हो चुका है तो कइयों की जमीन कम भी हो सकती है। फिलहाल मेला प्रशासन का प्रयास है कि बिना किसी विवाद के जमीन का आवंटन हो जाए। मेला क्षेत्र में जमीनों की आवंटन की प्रक्रिया पांच जनवरी तक चलेगी।

दी जा रही सुविधा पर्ची

माघ मेला बसाने के लिए अब तक अधिकतर जमीनों का आवंटन हो चुका है।  बड़े संतो को भी जमीन दी जा चुकी है। इसी के साथ ही सभी को सुविधा पर्ची दी जा रही है जिससे उनका तंबू कनात लग सके। कई सन्त मेला से मिलने वाली सुविधा के अलावा भी अपने स्तर से अपना कैंप सजाते हैं। इस पर वह लाखों खर्च करते हैं।

नहीं हटा अंत्येष्टि स्थल, तंबू लगाने में होगी दिक्कत

संगम पर काली मार्ग के निकट अंत्येष्टि स्थल है। इसे यहां से सप्ताह भर पहले ही छतनाग घाट पर शिफ्ट करने का निर्देश हो गया था। हालांकि अब तक उसे हटाया नहीं गया। अब काली मार्ग पर जमीन काउंटर शुरू हुआ है। ऐसे में यहां अंत्येष्ठी हुई तो संस्थाओं को बसाना मुश्किल होगा। आज से हर हाल में इसे छतनाग शिफ्ट किया जा सकता है।


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