Prayagraj Lockdown Day 5 : यह कैसा फिजिकल डिस्टेंस, 40 की क्षमता वाले रैन बसेरे में रुके हैं 50 लोग Prayagraj News
Prayagraj Lockdown Day 5 फिजिकल डिस्टेंस का नगर निगम के रैन बसेरे में अनुपालन नहीं हो रहा है। मानक से अधिक लोगों को ठहराया गया है।
प्रयाराज, जेएनएन। सुनने में तो अजीब लगेगा लेकिन है एकदम सही। जी हां लॉकडाउन के कारण वाहन न मिलने के कारण शहर में फंसे 50 से अधिक लोगों को इक_ा करके नगर निगम के नूरुल्लाह रोड स्थित रैन बसेरे में ठहरा तो दिया गया है। हालांकि यहां फिजिकल डिस्टेंस की मानक की धज्जियां उड़ रही हैं। 40 बेड की क्षमता वाले रैन बसेरे में 50 से अधिक लोग रुके हुए हैं।
नगर निगम के नूरुल्लाह रोड स्थित रैन बसेरे में लोग झुंड में रह रहे लोग
केंद्र व प्रदेश सरकार कोरोना वायरस के बचाव के लिए जहां लोगों से एक-एक मीटर की दूरी पर रहने के लिए बार-बार आग्रह कर रही है, वहीं नगर निगम के नूरुल्लाह रोड स्थित रैन बसेरे में लोग झुंड में रह रहे हैं या वह झुंड में रहने पर विवश हैं। क्षमता से ज्यादा लोग होने के बाद भी उन्हें दूसरे रैन बसेरे में शिफ्ट भी नहीं किया जा रहा है। जालौन, मथुरा, फतेहपुर और मीरजापुर के रहने वाले लोग घर जाने को परेशान हैं। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
क्षमता से ज्यादा लोगों के कारण रैन बसेरे की सफाई आदि व्यवस्था बिगड़ी
पुलिस ने शुक्रवार और शनिवार को सड़क पर पैदल जा रहे 50 से अधिक लोगों को गाड़ी में बैठाकर प्रयागराज जंक्शन के ठीक सामने रैन बसेरे में लाकर छोड़ दिया। लोगों को खाना भी दिया। हालांकि पुलिस ने इस बात का ख्याल नहीं रखा कि रैन बसेरे की क्षमता कितनी है। रैन बसेरे में 40 लोगों के लिए बेड है। 50 से अधिक लोग रुके हुए हैं। इसमें 80 फीसद लोग जालौन के लिए। बाकी मथुरा, फतेहपुर और मीरजापुर के रहने वाले हैं। क्षमता से ज्यादा लोग रहने के कारण रैन बसेरे की सफाई से लेकर सारी व्यवस्था भी बिगड़ गई है।
नगर आयुक्त बोले- लोगों को दूसरे रैन बसेरे में शिफ्ट किया जाएगा
नगर आयुक्त रवि रंजन का कहना है पुलिस निरंतर ऐसे लोगों को लाकर रैन बसेरे में छोड़ रही है। इसलिए एक रैन बसेरे में भीड़ ज्यादा हो गई है। शीघ्र लोगों को दूसरे रैन बसेरे में शिफ्ट किया जाएगा। बाकी रैन बसेरे में न के बराबर लोग रह रहे हैं।