Move to Jagran APP

Prayagraj Kumbh : प्रयागराज कुंभ में इस बार तो एडवांस में मिल रहा मौसम का सारा हाल

मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ मेले में मौसम के मिजाज से तीन दिन पहले ही अवगत कराने वाली अत्याधुनिक सेवाओं को शुरू किया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 11:01 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 11:06 AM (IST)
Prayagraj Kumbh : प्रयागराज कुंभ में इस बार तो एडवांस में मिल रहा मौसम का सारा हाल
Prayagraj Kumbh : प्रयागराज कुंभ में इस बार तो एडवांस में मिल रहा मौसम का सारा हाल

प्रयागराज, जेएनएन। खराब मौसम के कारण इस बार कुंभ में आने वाले श्रृद्धालुओं को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। प्रयागराज कुंभ में मौसम की जानकारी अब तीन दिन एडवांस में पता चल सकेगी। जिससे कि लोग बारिश, भयंकर ठंड व कोहरा में भी अपनी पूरी तैयारी के साथ आ सकेंगे। प्रयागराज के चार केंद्र में एडवांस में मौसम का जानकारी मिल रही है।

loksabha election banner

प्रयागराज में आज शाही स्नान के साथ कुंभ 2019 का विधिवत आगाज हो गया है। इस बार भी यहां पर करोड़ों लोगों के आगमन की संभावना है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ मेले में मौसम के मिजाज से तीन दिन पहले ही अवगत कराने वाली अत्याधुनिक सेवाओं को शुरू किया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इन सेवाओं की शुरुआत करते हुए कहा कि कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ये सेवायें लाभप्रद साबित होंगे। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इसके तहत प्रयागराज में चार अलग स्थानों पर स्वचालित मौसम केंद्र (एडब्लयूसी ) की स्थापना की गई है।

इसके अलावा एक मोबाइल वैन (एडब्ल्यूसी) को भी शुरु किया गया है। इन सेवाओं के माध्यम से स्थान विशेष के मौसम की जानकारी न केवल स्थानीय और राज्य प्रशासन के लिए पूरे आयोजन के कुशल प्रबंधन में काफी मददगार साबित होगी, बल्कि मौसम की नवीनतम जानकारी मिलने से श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी।

इसके अलावा कुंभ मेला वेदर सर्विस नाम से मोबाइल एप्लिकेशन का भी शुभारंभ किया इस मोबाइल एप्लीकेशन को उपरोक्त चारों स्थलों में अवलोकित मौसम की ताजा जानकारी (तापमान, आर्द्रता, वर्षा और हवाओं) को प्रसारित करने के लिए विकसित किया गया है। यह मोबाइल ऐप प्रयागराज के लिए अगले तीन दिन के मौसम का पूर्वानुमान और किसी भी तरह की चेतावनी भी उपलब्ध कराएगा। यह मोबाइल ऐप गूगल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा. ये अवलोकन स्थल 5-10 किलोमीटर के दायरे में चारों दिशाओं में स्थापित किए गये हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल नैनी, जीबी पंत इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस झूंसी और सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (एसएचयूएटीएस) नैनी में यह केंद्र हैं।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.