समूहों द्वारा बिजली के बिल वसूली में पूर्वांचल में प्रयागराज जिला टॉप पर
पिछले दो माह से जिले में भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को बिजली के बिल वसूली का कार्य सौंपा गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) इसकी मॉनीटरिंग कर रहा है। मिशन की ओर से गठित महिला स्वयं सहायता समूहों को बिल वसूली की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। उनके जोश, जज्बा और जज्बात को सलाम। लगन और मेहनत को शाबासी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रयागराज का डंका बजाने वाली महिलाओं ने विद्युत विभाग को भी कायल बना लिया है। इसीलिए तो बिल वसूली में पूर्वांचल में प्रयागराज टॉप पर आ गया है। इस मामले में प्रदेश में संगमनगरी चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
पिछले दो माह से जिले में भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को बिजली के बिल वसूली का कार्य सौंपा गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) इसकी मॉनीटरिंग कर रहा है। मिशन की ओर से गठित महिला स्वयं सहायता समूहों को बिल वसूली की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे एक तो महिलाएं स्वावलंबी हो रही हैैं। दूसरे विभाग की आमदनी बढ़ रही है। तीसरे उपभोक्ता को घर में ही बिल जमा करने की सुविधा मिल रही है। प्रयागराज में इस कार्य में कुल 20 महिला समूहों को लगाया गया है जिसमें 134 महिलाएं घर-घर जाकर बिल की वसूली कर रही हैैं। हर ब्लाक में क्लस्टर लेवल फेडरेशन का गठन किया गया है जिसमें चार सखी व दीदी को रखा गया है।
इन समूहों की महिलाओं की मेहनत ने बेहतर परिणाम आए हैैं। इनके द्वारा बिल वसूली में प्रयागराज का पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सभी जिलों में पहला स्थान है। जबकि उत्तर प्रदेश में प्रयागराज चौथे पायदान पर है। शुरू में राज्य में प्रयागराज 48वें स्थान पर था। प्रदेश में बुलंदशहर पहले, मैनपुरी दूसरे व बांदा तीसरे स्थान पर है।
विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि नवंबर माह में इसमें तेजी आएगी। जल्द ही और भी महिलाओं को जोडऩे की कोशिश की जा रही है। इन महिलाओं को ई-पॉस मशीन दी गई है जिसके माध्यम से बिल जमा किया जाता है।