प्रतापगढ़ में युवक को दुष्कर्म के मामले फर्जी फंसाया था, अब साजिश रचने के आरोपित प्रधान भेजा गया जेल
इसी बीच वह महिला 16 अक्टूबर को सीओ से मिलकर बयान दिया कि उसने युवक पर दुष्कर्म का जो आरोप लगाया था वह फर्जी है। वह निर्दोष है। ग्राम प्रधान वृंदावन मौर्य ने उसे पैसा देने का लालच देकर युवक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगवाया था।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में महिला को पैसे का लालच देकर दुष्कर्म के मामले में युवक को फर्जी फंसाने की साजिश रचने वाले प्रधान का भंडाफोड़ हो गया है। महिला के बयान पर पुलिस ने आरोपित प्रधान को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
युवक के खिलाफ दुष्कर्म की दी गई दो अलग-अलग तहरीर
मानिकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 14 अक्टूबर को वह अपनी बेटी के साथ मायके से घर लौट रही थी। गांव के समीप उसकी बेटी सब्जी लेने लगी, इस बीच वह कुछ आगे बढ़ गई थी। गांव के पहले पुलिया के पास गांव के एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। यही नहीं एक और तहरीर देकर उस महिला ने युवक पर दुष्कर्म करने का एक और आरोप लगाया था। एक ही व्यक्ति के खिलाफ दो अलग-अलग तहरीर मिलने पर पुलिस भी चकरा गई। हालांकि महिला की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित युवक के खिलाफ दुष्कर्म व एससी एसटी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। जांच के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस को बताया था कि घटना संदिग्ध है।
महिला ने सीओ को दिया बयान, पैसे के लालच में ग्राम प्रधान के कहने पर युवक को फंसाया था
इसी बीच वह महिला 16 अक्टूबर को सीओ से मिलकर बयान दिया कि उसने युवक पर दुष्कर्म का जो आरोप लगाया था, वह फर्जी है। वह निर्दोष है। ग्राम प्रधान वृंदावन मौर्य ने उसे पैसा देने का लालच देकर युवक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगवाया था। प्रधान ने दस हजार रुपये देने की बात कही थी। मुकदमें की विवेचना कर रहे दारोगा नन्हेलाल यादव को महिला द्वारा दिया गया बयान मिला। इसके बाद मानिकपुर एसओ सुभाष यादव की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित ग्राम प्रधान वृंदावन मौर्य मुनि के खिलाफ आइपीसी की धारा 109,120 जी, 182 ,195,193, 211, 419, 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया। इस बीच सोमवार को सुबह करीब आठ बजे दारोगा नन्हेलाल यादव ने प्रधान वृंदावन मौर्य को अलीगंज चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेशी के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
...तो इसलिए प्रधान ने था फंसाया
गांव में प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों में अनियमितता बरतने की शिकायत युवक ने की थी। इस पर शिकायत की जांच करने 14 अक्टूबर को एक जांच टीम जिला मुख्यालय से गांव गई थी। इसी रंजिश में प्रधान वृंदावन मौर्य ने महिला को प्रलोभन देकर युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगवाया था। महिला के दुष्कर्म के आरोप को झूठा पाए जाने पर पुलिस ने विजय पर दर्ज मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। एएसपी पश्चिमी दिनेश द्विवेदी ने बताया कि पैसे की लालच देकर महिला से दुष्कर्म का फर्जी आरोप प्रधान ने लगवाया था। मुकदमा दर्ज करके प्रधान वृंदावन मौर्य को जेल भेज दिया गया।