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    पुलिसकर्मियों को भी तंबाकू का सेवन न करने के प्रति किया जागरूक, प्रयागराज में अभियान

    By Brijesh SrivastavaEdited By:
    Updated: Sun, 28 Aug 2022 11:59 AM (IST)

    प्रयागराज जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ टीम ने पुलिस लाइन में कार्यशाला का आयोजन कर तंबाकू उत्पाद के नुकसान को बताया गया। एनसीडी सेल के नोडल अधिकारी ...और पढ़ें

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    पुलिसकर्मियों से तंबाकू के सफाए की प्रयागराज में मुहिम चलाई जा रही है।

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत अब पुलिस कर्मियाें को भी तंबाकू व धूमपान के प्रति सजग करने की मुहिम शुरू की गई है। साथ ही पुलिसकर्मी अन्‍य लोगों को भी तंबाकू का सेवन न करने को जागरूक करेंगे। तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और बनाए गए नियम-कानून से भी लोगों को बताएंगे।

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    जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ टीम का पुलिस लाइन में कार्यक्रम : प्रयागराज जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ टीम ने पुलिस लाइन में कार्यशाला का आयोजन कर इस उत्पाद के नुकसान को बताया गया। एसपी क्राइम सतीश कुमार ने अध्यक्षता की। एनसीडी (नान कम्युनिकेबल डिजीज) सेल के नोडल अधिकारी सेल डा. आरसी पांडेय ने कहा कि तंबाकू उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी के तहत विभागों के कर्मचारियों को सजग व प्रशिक्षित किया जा रहा है।

    तंबाकू उत्‍पाद की बिक्री-खरीद को लेकर क्‍या है नियम : जिला सलाहकार डा. शैलेश कुमार मौर्या ने कोटपा एक्ट 4,5,6,7 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्‍होंने बताया कि धारा 4 के अंतर्गत सार्वजनिक स्थान पर धूमपान निषेध है। धारा 5 के अंतर्गत किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पाद (बीड़ी, सिगरेट, गुटखा) का प्रचार प्रसार प्रतिबंधित है। धारा 6-ए के अंतर्गत 18 साल से कम उम्र के बच्चे न तो तंबाकू उत्पाद बेच सकते हैं न खरीद सकते हैं। 6-बी के अंतर्गत स्कूल के सौ गज के अन्दर किसी भी प्रकार का तंबाकू उत्पाद बेचना प्रतिबंधित है। धारा 7 के अंतर्गत बिना वैधानिक चेतावनी के तंबाकू खैनी सिगरेट बीड़ी उत्पाद को बेचा नहीं जा सकता।

    क्‍या है सजा के प्रावधान : तंबाकू उन्मूलन के लिए प्रशासनिक तौर से उत्पाद या व्यापार नियम विरुद्ध मिलने पर चेतावनी, छापा, दुकान सील किए जाने प्रविधान है। इस तरह के कई कानून बने हैं, जिसमें नकद जुर्माना से लेकर सजा का प्रावधान भी किया गया है।

    जन-जन में करना है प्रचारित : कार्यक्रम संयोजक पुलिस कांस्टेबल अजय मौर्या ने बताया कि इस प्रशिक्षण से कई प्रकार की जानकारी मिली है। अब साथियों को यह जानकारी जन-जन में फैलाने की आवश्यकता है।

    कार्यक्रम में एसजेपीयू (स्पेशल जुवेनाइल पुलिस यूनिट), एचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) जीआरपी/आरपीएफ, सभी थानों से बाल कल्याण अधिकारी, चाइल्ड लाइन, सुमनलता तिवारी (एनसीडी सेल) ने प्रतिभाग किया।