प्रयागराज में भूमाफिया पर अब और शिकंजा कसेगी पुलिस
अधिकांश मामले पुलिस तक पहुंच ही नहीं पाते जिस कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती। ऐसे में अब पुलिस गोपनीय तरीके से ऐसे भूमाफिया को चिह्नित करेगी। अफसरों ने भी सभी थानाध्यक्षों को भूमाफिया को चिह्नित कर कार्रवाई का निर्देश दे रखा है।
प्रयागराज,जेएनएन। भूमाफियाओं पर लगातार पुलिस-प्रशासन के अफसर शिकंजा कस रहे हैं। लेकिन भूमाफिया अब भी भीतर ही भीतर सक्रिय हैं। ऐसे में इन पर और शिकंजा कसने के लिए इनको चिह्नित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इनकी पहचान के बाद इनको सूचीबद्ध किया जाएगा और गलत तरीके से अर्जित की गईं संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू होगी।
माफिया अतीक अहमद, दिलीप मिश्रा, राजेश यादव, बच्चा पासी समेत कई अन्य के खिलाफ पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। माफिया अतीक के कई गुर्गों को भी कार्रवाई के जद से गुजरना पड़ा है। बावजूद इसके भूमाफिया शहर के धूमनगंज, करेली, खुल्दाबाद, शिवकुटी, कैंट इलाके में सक्रिय हैं। अधिकांश मामले पुलिस तक पहुंच ही नहीं पाते, जिस कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती। ऐसे में अब पुलिस गोपनीय तरीके से ऐसे भूमाफिया को चिह्नित करेगी। अफसरों ने भी सभी थानाध्यक्षों को भूमाफिया को चिह्नित कर कार्रवाई का निर्देश दे रखा है।
परदे के पीछे से करवाते हैं शिकायत
भूमाफिया कितने शातिर हैं, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। पुलिस जब इन पर शिकंजा कसने लगती है तो वे परदे के पीछे से खेल शुरू कर देते हैं। पुलिसकर्मियों की उल्टी-सीधी शिकायतें किसी न किसी माध्यम से अफसरों तक पहुंचाई जाती हैं। पूरा जोर पुलिसकर्मियों को हटाने के लिए लगा दिया जाता है। कुछ समय तक यही सब चलता है और जब ये अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाते तो खुद अपना धंधा कुछ समय के लिए बंद कर देते हैं।
शासन का है सख्त निर्देश
शासन का सख्त निर्देश है कि भूमाफिया पर शिकंजा कसा जाए। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। भूमाफिया द्वारा गलत तरीके से अॢजत की गई संपत्तियों को जब्त करने के साथ ही एफआइआर दर्ज कर सूचीबद्ध किया जाए।