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नक्सलियों के इलाके में छिपा विजय का हत्याराेपित, गिरफ्तारी को भेजी गई टीम, अपहरण के बाद हुई थी हत्‍या

पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर विजय की तलाश शुरू की तो कुछ लोगों के बारे में सुराग मिला। इसके बाद एसओजी गंगापार और हंडिया पुलिस ने मीरजापुर के विंध्याचल इलाके से शैलेंद्र उर्फ पिंटू उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को दबोच लिया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 08:25 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 08:25 AM (IST)
नक्सलियों के इलाके में छिपा विजय का हत्याराेपित, गिरफ्तारी को भेजी गई टीम, अपहरण के बाद हुई थी हत्‍या
फरार अभियुक्त की तलाश चल रही है और जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

प्रयागराज,जेएनएन।जिले के हंडिया निवासी विजय पाल का मीरजापुर में अपहरण कर हत्या करने का आरोपित अजय उर्फ नसोढ़ी पुलिस से बचने के लिए नक्सलियों के इलाके में छिप गया है। उसके बारे में सुराग मिलने पर गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज से पुलिस की एक टीम मीरजापुर भेजी गई है। पुलिस का दावा है कि अजय के पिता विजय पाल का नक्सलियों से कनेक्शन है। ऐसे में अजय गिरफ्तारी से खुद को बचाने के लिए नक्सलियों के इलाके में रहने वाले किसी शख्स के यहां शरण ली है। फिलहाल मीरजापुर पुलिस की मदद से एसओजी की टीम उसके ठिकानों पर एहतियात के साथ तलाश कर रही है। एसपी गंगापार धवल जायसवाल का कहना है कि मामले में फरार अभियुक्त की तलाश चल रही है और जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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एक अक्टूबर को हुआ था अपहरण -

हंडिया थाना क्षेत्र के बमैला गांव निवासी नंद लाल का बेटा विजय मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता था। लॉकडाउन के दौरान वह अपने गांव आया था। एक अक्टूबर को अपनी ससुराल मीरजापुर के लालगंज थाना क्षेत्र के कामापुर में गया था। उसी दिन शाम को चाचा के पास फोन आया तो पता चला कि विजय का अपहरण हो गया है। अपहरणकर्ताओं ने फिरौती मांगी, तब चाचा ने 10 हजार रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन फिर 20 हजार की मांग करते हुए हत्या की धमकी दी। इससे घरवाले परेशान हो गए और हंडिया थाने से लेकर मीरजापुर पुलिस तक शिकायत की, मगर कुछ पता नहीं चला था।

शराब पिलाने के बाद की हत्या -

पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर विजय की तलाश शुरू की तो कुछ लोगों के बारे में सुराग मिला। इसके बाद एसओजी गंगापार और हंडिया पुलिस ने मीरजापुर के विंध्याचल इलाके से शैलेंद्र उर्फ पिंटू, उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को दबोच लिया। कड़ाई से पूछताछ में शैलेंद्र ने हत्या की बात कबूल की। फिर उसकी निशानदेही पर लाश को बरामद किया गया। शैलेंद्र ने पुलिस को यह भी बताया कि कामापुर में उसकी भी ससुराल है। विजय को वाहन चोरी के गिरोह में शामिल करने के लिए बुलाया था। इसके बाद रात में उसे शराब पिलाई और खाना खिलाने के बाद गला दबाकर मार डाला। पैसे की खातिर वारदात को अंजाम दिया, जिमसें अजय उर्फ नसोढ़ी भी शामिल था। अब पुलिस नसोढ़ी की तलाश कर रही है।


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