CAB Protest : प्रदर्शनकारियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस, गतिविधियों पर है कड़ी नजर Prayagraj News
पुलिस की मानें तो सीएबी के विरोध में प्रदर्शन करने वालों में कई छात्रनेता भी रहे जिन पर पहले से ही मुकदमे दर्ज हैं। प्रदर्शन करने वालों का आपराधिक इतिहास पुलिस खंगाल रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर विरोध-प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। सड़क पर हंगामा और बखेड़ा करने वाले ऐसे शख्स जिनके खिलाफ पहले से मुकदमे दर्ज हैं, उन पर शिकंजा कसा जाएगा। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि कतिपय छात्रनेताओं के अलावा खुद को विभिन्न राजनीतिक दल का कार्यकर्ता बताकर तमाम युवक ज्यादा उपद्रव कर रहे हैं।
विरोध-प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ थानों में केस दर्ज
अभी तक जांच में पता चला है कि कर्नलगंज में प्रदर्शन करने वाले युवकों में ज्यादा छात्रसंघ के पदाधिकारी रह चुके हैं। तमाम खुद को छात्रनेता भी बता रहे हैं। निषेधाज्ञा लागू होने के बाद भी वे सड़क पर उतरकर शांति व्यवस्था में खलल पैदा कर रहे हैं। अब तक विरोध-प्रदर्शन करने वालों के विरुद्ध कर्नलगंज, कीडगंज, सिविल लाइंस समेत कई थानों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। नामजद किए गए आरोपितों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। इनके बारे में वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाकर पुलिस गिरफ्तारी समेत दूसरी वैधानिक कार्रवाई करेगी।
एसपी सिटी ने कहा, शांति व्यवस्था में खलल डालने वालों पर कार्रवाई होगी
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव का कहना है कि शांति व्यवस्था में खलल पैदा करने वालों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा। पुलिस रिकार्ड में जिनके विरुद्ध कई आपराधिक अथवा दूसरे तरह के मुकदमे हैं, उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
ट्रेनों में चला जांच अभियान
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश व प्रदेश में फैली ङ्क्षहसा के मद्देनजर छिवकी और नैनी स्टेशन पर गाडिय़ों की सघन जांच की गई। मुंबई मेल, महानगरी एक्सप्रेस, सारनाथ एक्सप्रेस, वाराणसी सुपर फास्ट समेत कई गाडिय़ों में रेलवे पुलिस के जवानों ने जांच अभियान चलाया। इस दौरान स्टेशन और ट्रेन पर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। ट्रेन से सफर करने वाले और प्लेटफार्म पर उतरने वाले यात्रियों के सामान की तलाशी भी ली गई।
बवाल को देखते हुए अस्पतालों में अलर्ट
नागरिकता संशोधन कानून के बाद हो रहे बवाल को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड में कर दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. जीएस बाजपेई ने एसआरएन अस्पताल, काल्विन, बेली समेत समस्त सीएचसी व पीएचसी के अधीक्षकों व प्रमुख अधीक्षक को इसके लिए निर्देश दिया है। निर्देशित किया गया है कि अस्पताल के मुखिया समेत समस्त स्टाफ अस्पताल में पूर्णकालिक रूप से मौजूद रहेंगे ताकि आपातकाल की स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिए जा सकें।