फुटबॉलर राज की हत्या के आरोपित गर्लफ्रेंड के पिता को पुलिस ने भेजा जेल Prayagraj News
फुटबालर को जान से मारने के आरोपित गर्ल्सफ्रेंड के पिता को पुलिस ने जेल भेज दिया। वहीं अन्य आरोपित अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। सदर बाजार में छोटी दिवाली की रात 18 वर्षीय फुटबॉलर गौरव उर्फ राज की हत्या के आरोप में गर्लफ्रेंड के पिता नीलेश नाथ को कैंट पुलिस ने रिमांड कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेजा गया। पुलिस ने कत्ल में इस्तेमाल खून लगी ईंट सील कर दिया है। कैंट के सदर बाजार में गर्ल फ्रेंड से मिलने गए राज की शनिवार की रात में ईंट से सिर फोड़कर हत्या कर दी गई थी। रात में ही केस लिखकर पुलिस ने गर्लफ्रेंड के पिता को गिरफ्तार कर लिया था। आरोप है कि उसे लड़की से फोन कराकर बुलाने के बाद मारा गया है। पोस्टमार्टम के बाद शाम को पुलिस की मौजूदगी में शव की अंत्येष्टि की गई।
गर्ल फ्रेंड के घर के पास फुटबॉलर की हुई थी हत्या
सिविल लाइंस में साईं मंदिर के सामने ड्रमंड रोड पर रहने वाले जगदीश प्रसाद आयकर विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। उनके दो पुत्रों में गौरव उर्फ राज बड़ा था जबकि सौरभ छोटा है। तीन बहने हैं। राज ने कक्षा आठ के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। वह फुटबाल खेलने में समय बिताता था। पिता जगदीश ने बताया कि छोटी दीपावली यानी शनिवार की रात साढ़े नौ बजे घर से निकलने से पहले उसने दो सौ रुपये मांगे। मां रीतू से पैसे लेकर वह स्कूटी से निकल गया। घंटे भर बाद सदर बाजार के एक व्यक्ति से घर में खबर मिली कि राज पर उसकी गर्लफ्रेंड साहिबा के मकान के पास ईंट से वार किया गया है। वह सड़क पर पड़ा है। मां रीतू और बहन शिवानी सदर बाजार पहुंची तो राज खून से लथपथ पड़ा था। उसके सिर पर गहरे जख्म थे। पुलिस भी आ गई। राज को स्थानीय आशा हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां से एसआरएन भेज दिया गया जहां उसकी सांस थम गईं।
अन्य आरोपित फरार, पुलिस कर रही छापेमारी
थाना प्रभारी कैंट ने बताया कि मां रीतू ने राज की गर्लफ्रेंड साहिबा के पिता और चाचा समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी। पुलिस ने उसके पिता नीलेश नाथ को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी तीन फरार हैं। मां का आरोप है कि लड़की से राज को फोन कराकर बुलाने के बाद मारा गया है। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद गमगीन परिजन शव पोस्टमार्टम की खातिर ले गए। परिजन सदर बाजार में घटनास्थल पर जाना चाह रहे थे मगर उन्हें किसी तरह रोका गया क्योंकि वहां झगड़ा हो सकता था।
साल भर से थी दोनों की दोस्ती, दी गई थी धमकी
सदर बाजार की साहिबा से राज की दोस्ती करीब साल भर से थी। वह अक्सर उसे स्कूटी पर घुमाने भी ले जाता था। तब उसके परिजन खोजते हुए राज के घर जाकर धमकी देते कि उसे सुधार लो वरना जान से मार दिया जाएगा। पिछले हफ्ते भी लड़की कहीं चली गई तो उसके चाचा-चाची ने राज के घर जाकर पूछा जबकि वह सो रहा था। पिता जगदीश ने बताया कि उन्होंने सिविल लाइंस थाने में लिखित शिकायत की थी कि उन्हें लड़की के घरवाले धमकियां देते हैं।
बर्थडे की तैयारी थी, कलपती रही मां
राज की मां रीतू और बहनों समेत परिवार के लोग दीपावली पर मिले इस आघात से सदमे में हैं। मां रीतू उन जूतों के थामे बिलख रही थी, जिसे घटना के कुछ ही घंटे पहले दोपहर में राज ने खरीदा था। घटना के वक्त भी वह उन्हीं जूतों को पहने था। शव को चीरघर में रखने से पहले जूते उतारकर घरवालों को सौंप दिए गए थे। मां ने रोते हुए बताया कि 12 नवंबर को राज का 18वां जन्मदिन था। वह दोस्तों और परिवार के साथ अबकी बढिय़ा बर्थडे पार्टी करने की बात कर रहा था।