CoronaVirus : प्रतापगढ़ के डेरवा में मिले 13 जमातियों और छह मददगारों पर केस दर्ज Prayagraj News
मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर छानबीन की गई तो चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि यह सभी तब्लीगी जमात से होकर आए थे।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा थाना क्षेत्र के डेरवा में पाए गए सभी 13 जमातियों व इनके हमदर्दों पर कानूनी शिकंजा कसा है। पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जांच में पाया गया है कि यह सभी लोगों ने दो दिन दिल्ली में रहकर जमात में हिस्सा लिया था।
20 मार्च को प्रयागराज एक्सप्रेस से आए थे
यह लोग महाराष्ट्र के थाणे जिले के भिवंडी शहर से दिल्ली होते हुए 20 मार्च को प्रयागराज एक्सप्रेस से प्रयागराज पहुंचे। वहां से अपने को पुलिस, प्रशासन से छिपाते व बचाते हुए डेरवा आ गए। पहले मस्जिद में रुके और फिर लोगों के विरोध पर वहीं के एक व्यक्ति ने अपनी धर्मशाला में जगह दी। बाद में 31 मार्च को पुलिस को इनके ठहरे होने का पता चला तो उसने उनको प्राथमिक स्कूल सबलगढ़ डेरवा में क्वारंटाइन करा दिया। तब तक इन लोगों ने इस बात का पता नहीं चलने दी कि यह मरकज में गए थे। यह कहते रहे कि हम लोग तो भिवंडी से आए हैं। इसके बाद भी इनकी जांच शुरू की गई। सभी जमातियों के सैंपल केजीएमयू भेजे गए तो इनमें से तीन में कोरोना का संक्रमण मिल गया। इसके बाद पुलिस की जांच और तेज हुई।
मोबाइल की लोकेशन से खुला राज
इनके मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर छानबीन की गई तो चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि यह सभी तब्लीगी जमात से होकर आए थे। इस पर गुरुवार को एसओ जेठवारा ने खुद वादी बनकर इन तेरह जमातियों पर जमात में आने की बात को छिपाने, एक साथ रहकर निषेधाज्ञा को तोडऩे की रिपोर्ट दर्ज कर ली। इनकी मदद करने, शरण देने व खातिरदारी करने वाले छह अज्ञात लोगों पर भी रिपोर्ट दर्ज हुई है। इस बारे में एसओ विनोद यादव का कहना है कि दो अप्रैल को इनके बारे में ठोस जानकारी मिल सकी। यह सभी लोग दिल्ली जमात से संबंधित हैं और 18, 19 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में मौजूद थे। इन पर धारा 188, 269, 270 भादवि का मुकदमा दर्ज किया गया है।
सभी भिवंडी के मूल निवासी हैं
डेरवा बाजार में जो जमाती आए थे, वह सब भिवंडी के मूल निवासी है। इन पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। सीओ सदर तनु उपाध्याय ने बताया कि नामजद जमातियों में महाराष्ट्र के निजामपुर हदा मस्जिद भिवंडी निवासी वहीम पुत्र नइमुल्ला, फरहान पुत्र मो. ताहिर, उमर फारु पुत्र शहिद अली, शेख आसिफ पुत्र याकूब, माजशेख पुत्र जहीरुद्दीन, अरशद महबूद पुत्र सईदुद्दीन, आफान मूसे पुत्र जहीर मूसे, मानहब्जा पुत्र वसीर आलम, जैद सयोले, अब्दुल अजीज पुत्र मो. हुसैन, शेख साद पुत्र मो. जिया, युनुस पुत्र रमजान, महफूज आलम पुत्र जुबैद व पांच छह लोग अज्ञात लोग शामिल हैं।