गड्ढा खोदकर छिपाए गए 14 लाख रुपये बरामद, गिरोह का एक सदस्य और उठाया गया Prayagraj News
पता चला कि प्रश्नपत्र आउट करवाने का काम राजापुर निवासी ललित त्रिपाठी करवाता था। इस पर शुक्रवार सुबह पुलिस ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया।
प्रयागराज,जेएनएन। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में सहायक शिक्षक पद पर भर्ती कराने का ठेका लेने वाले गिरोह के सरगना केएल पटेल के स्कूल से 14 लाख रुपये शुक्रवार को बरामद किया गया। यह रकम फूलपुर स्थित आइटीआइ कॉलेज में जमीन में गड्ढा खोदकर छिपाई गई थी। वहीं, गिरोह से जुड़े एक अन्य सदस्य को भी उठाया गया है। उसके कब्जे से विभिन्न परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यार्थियों से जुड़ी फाइल बरामद हुई है। इसकी जांच चल रही है। पुलिस का दावा है कि इस गैंग में कई बड़े लोगों का भी नाम सामने आ रहा है, जिसकी सच्चाई का पता लगाया जा रहा है।
गिरफतार आरोपितों से पुलिस ने रातभर की पूछताछ
सोरांव पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बहरिया के कपसा निवासी स्कूल प्रबंधक केएल पटेल, भदोही के प्रधान श्रवण दुबे समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी से रातभर पूछताछ होती रही। पता चला कि प्रश्नपत्र आउट करवाने का काम राजापुर का एक युवक करवाता था। इस पर शुक्रवार सुबह पुलिस ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया। उससे पूछताछ में पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी। तब दोपहर बाद पुलिस फूलपुर आइटीआइ कॉलेज पहुंची और प्रबंधक की निशानदेही पर गड्ढा खोदकर छिपाई गई रकम बरामद की गई। अधिकारियों का मानना है कि यह पैसा अभ्यर्थियों से एडवांस में लिया गया होगा, लेकिन इस संबंध में स्कूल प्रबंधक से पूछताछ की जा रही है। उठाया गया युवक मूलरूप से प्रतापगढ़ का रहने वाला है। सीओ सोरांव केवी अशोक स्कूल में गड्ढा खोदकर छिपाया गया करीब 14 लाख रुपये बरामद हुए हैं। गिरोह से जुड़े प्रश्नपत्र आउट कराने के आरोपित युवक को उठाकर पूछताछ की जा रही है।
डायरी में मिले 50 से अधिक नाम
स्कूल प्रबंधक के कब्जे से मिली डायरी में यूपीटेट के 20 और सहायक शिक्षक भर्ती से जुड़े 25 समेत कुल 50 से अधिक अभ्यर्थियों के नाम व अनुक्रमांक मिलने की बात कही जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि डायरी में जिनके नाम हैं, उसमें कितने पास और फेल हुए हैं। इसकी तस्दीक की जा रही है।
विवेचना में शामिल होगी पुरानी शिकायत
पुलिस का कहना है कि गिरोह के खिलाफ पहले भी पुलिस थाने से लेकर आइजीआरएस तक शिकायत दिए जाने की बात सामने आई है। उनके बारे में पता लगाया जा रहा है। अगर कोई शिकायत मिलती है तो उन्हें भी इसी मुकदमे की विवेचना में शामिल किया जाएगा। पीडि़त अभ्यर्थियों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
प्रधान के भाई समेत अन्य की तलाश
ग्राम प्रधान श्रवण दुबे के भाई मायापति दुबे समेत अन्य आरोपितों की भी तलाश चल रही है। कुछ अभियुक्तों के बारे में सुराग मिला है, जिनके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई है। पुलिस का यह भी कि गैंग से जुड़ा एक शख्स कुछ माह पहले नैनी से जेल भेजा गया था। उससे भी पूछताछ की जाएगी।
यह था मामला, भदोही से सॉल्वर गैंग के मास्टर माइंड समेत दो लोग पकड़े गए थे
शिक्षक पात्रता परीक्षा में कथित तौर पर सेंध लगाने वाले साल्वर गैंग के मास्टरमाइंड एवं कोइरौना थाना अंतर्गत बारीपुर के प्रधान श्रवण दुबे और उसके भाई मायापति दुबे को प्रयागराज की एसटीएफ टीम ने दबोच लिया है। आरोपितों के खिलाफ पेपर लीक करने सहित अन्य कई आरोप हैं। टीम उसके साथ रहने वाले अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बारीपुर के ग्राम प्रधान श्रवण दुबे असली मास्टरमाइंड है। भाई मायापति भी उसका सहयोगी है। श्रवण पूरे प्रदेश में आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक कराता है। प्रयागराज जनपद में उसके एक रिश्तेदार के दो विद्यालय संचालित हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से तालमेल कर वह अपने विद्यालय को केंद्र बनवाता है और यहीं से पेपर आउट कर दिया जाता है। पेपर को साल्व कर मोटी रकम की वसूली की जाती है। आरोपित ग्राम प्रधान की तलाश में एसटीएफ टीम कई दिनों से लगी थी। गुरुवार दोपहर बाद प्रयागराज की एसटीएफ टीम ने प्रधान को हिरासत में ले लिया और अपने साथ ले गई। एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि प्रयागराज पुलिस की टीम बारीपुर के प्रधान को अपने साथ ले गई है।
अर्जित की है करोड़ों की संपत्ति
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपितों ने पेपर को आउट कराकर और उसे साल्व कर महंगे दामों में बेचकर करोड़ों की संपत्ति अॢजत की है। जिले में कई विद्यालयों के प्रबंधक उसके संपर्क में हैं। हाल ही में हुई टीईटी में धनतुलसी क्षेत्र के तीन विद्यालयों में परीक्षार्थी पकड़े गए थे। पुलिस-पीएसी, रेलवे सहित अन्य विभागों में आयोजित परीक्षाओं के पेपर साल्व कराने के एवज में लाखों की सौदेबाजी होती है।