अरबपति ठग को तलाश रही है तीन राज्यों की पुलिस Prayagraj News
राजेश ने साल भर में धन चार गुना करने की स्कीम में हजारों लोगों के तीन अरब रुपये डकारे थे। फर्जीवाड़ा करने के बाद वह फरार हो गया। उसे पकड़ने के लिए तीन राज्यों की पुलिस लगी है।
प्रयागराज, जेएनएन। यह खबर एक ऐसे शातिर ठग को लेकर है, जिसने तीन राज्यों के तकरीबन 30 जिलों में हजारों लोगों को जाल में फंसाकर अरबों रुपये डकार लिए। अनुमान है कि उसने तीन सौ करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। यूपी, एमपी, बिहार में फर्जीवाड़ा कर चार साल से फरार राजेश मौर्या तक पुलिस पहुंच नहीं सकी। दुस्साहस की हद यह कि कई जिलों की पुलिस का वांछित यह शख्स कुछ महीने पहले हुलिया बदलकर प्रयागराज आया और करीबियों के साथ गुप्त स्थान पर मिलकर ठगी के नए खेल की बिसात तैयार की।
'हमारा मिशन' नामक स्कीम के झांसे में आए लोगों ने गंवाई जमा पूूंजी
फतेहपुर जनपद में सुल्तानपुर घोष के खजुरियापुर ऐरायां गांव के राजेश मौर्या ने 2014 में 'हमारा मिशनÓ नाम से स्कीम जारी की। लोगों को लालच दिया कि स्कीम में 30 हजार रुपये निवेश करने पर साल भर तक हर महीने 10 हजार रुपये दिए जाएंगे, यानी 30 हजार के बदले साल भर में 1.20 लाख रुपये की वापसी होगी। लोग उसके झांसे में आ गए। साल भर में धन चार गुना होने के लालच में लोगों ने परिजनों और रिश्तेदारों से पैसे जमा करा दिए। ज्यादा से ज्यादा धन कमाने के चक्कर में कुछ लोगों ने 20 लाख रुपये तक जमा कर दिए। कुछ ही महीने में राजेश ने प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, मीरजापुर, जौनपुर, कानपुर, भदोही, गाजीपुर, बलिया समेत पूरे पूर्वांचल, पड़ोसी राज्य बिहार तथा मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में भी दफ्तर खोलकर सैकड़ों एजेंट तैनात कर दिए। इन एजेंटों ने पांच हजार से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये जमा करा लिए।
...और सैकड़ों करोड़ रुपये बटोर कर पत्नी पूजा समेत फरार हो गया राजेश
फर्जीवाड़ा से हो रही कमाई से राजेश ने कई लग्जरी गाडिय़ां खरीदी। देश भर में दर्जनों फ्लैट लिए। एजेंटों को बाइक और कार इनाम में दिए। उसने पैसे वापस करने बंद किए तो लोगों ने थानों में शिकायत की। पुलिस खोजने लगी तो वह सैकड़ों करोड़ रुपये बटोर कर पत्नी पूजा समेत फरार हो गया। फतेहपुर, प्रयागराज, कौशांबी समेत एक दर्जन से ज्यादा जिलों में राजेश एंड कंपनी के खिलाफ केस दर्ज हुए। बिहार और एमपी पुलिस ने भी पीडि़तों की शिकायत पर फतेहपुर में उसके घर पर छापेमारी की मगर वह मिला नहीं। उसके घर की कुर्की हो चुकी है।
छापेमारी पर बोरों में भरी मिली थी नकदी
रुपये मिलने बंद होने पर जुलाई 2015 में शहर और ग्र्रामीण इलाके के सैकड़ों लोगों ने प्रयागराज में मानसरोवर चौराहा के पास राजेश के एरिया मुख्यालय को घेरा तो कोतवाली पुलिस ने छापेमारी की। वहां बोरियों में 70 लाख रुपये भरे मिले थे। अगले महीने कौशांबी में पिपरी पुलिस ने असरावल खुर्द स्थित दफ्तर में छापेमारी की तो वहां 30 लाख रुपये मिले। तीन लोग गिरफ्तार किए गए।
हुलिया बदल लौटा, पीडि़त को धमकाया
राजेश के झांसे में आकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्रीकांत केसरवानी खुद और रिश्तेदारों के 18.30 लाख रुपये गंवा बैठे। श्रीकांत ने 21 मई 2016 को कोतवाली में राजेश, पत्नी पूजा, साथी शरीफ मंसूरी के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई, मगर कोई नहीं पकड़ा गया। तीन महीने पहले राजेश के हुलिया बदलकर आने की भनक लगने पर उन्होंने उसके सहयोगी संदीप को पकड़ लिया। इस पर राजेश ने श्रीकांत को फोन पर धमकी दी कि संदीप को छोड़ दो वरना गोलियां खाओगे। श्रीकांत ने एसएसपी से शिकायत की है।
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