चार युवकों ने ढाबे में साथ बैठकर खाया था खाना फिर एक की हत्या हुई, कौन है असली गुनहगार
अनिल यादव की किसी से रंजिश भी नहीं थी। यह बात उसके घरवालों के साथ ही नामजद किए गए चारों युवक भी कह रहे हैं। उसकी हत्या किसने और क्यों की पुलिस की समझ में नहीं आ रहा है। पुलिस इस हत्याकांड के राजफाश का प्रयास कर रही है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज जिले में गंगापार के उतरांव इलाके गुरुवार देर रात 18 वर्षीय अनिल यादव की हत्या के मामले में पुलिस के कदम अभी आगे नहीं बढ़े हैं। नामजद चार आरोपितों को पकड़कर वह पूछताछ कर रही है, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा है। पकड़े गए युवकों ने अनिल के साथ ढाबे पर खाना खाने की बात कही है, लेकिन इसे बाद क्या हुआ, वह कुछ नहीं बता पा रहे हैं। हालांकि, पुलिस इनसे पूछातछ में जुटी है।
अनिल की किसी से रंजिश भी नहीं थी : अनिल यादव की किसी से रंजिश भी नहीं थी। यह बात उसके घरवालों के साथ ही नामजद किए गए चारों युवक भी कह रहे हैं। ऐसे में उसकी हत्या किसने और किन कारणों से की, यह पुलिस की समझ में नहीं आ रहा है। पुलिस इस हत्याकांड के राजफाश के लिए कड़ी से कड़ी को जोड़ रही है।
ईंट-भट्ठे पर काम करने वालों से पूछताछ : अनिल यादव की हत्या घाटमपुर गांव के समीप कटहरा दमगढ़ा मार्ग पर हुई थी। वह स्थित ईंट-भट्ठे पर काम करता था। उसकी हत्या के बाद पुलिस ईंट-भट्ठे पर भी पहुंची। भट्ठा मालिक से पूछताछ की। इसके बाद यहां काम करने वालों से भी पूछताछ की गई। अनिल की सबसे अधिक किससे बातचीत होती थी, इसकी जानकारी ली गई। घटना के दिन कितने बजे वह भट्ठे से और किसके साथ निकला था, इसकी भी जानकारी एकत्र की गई।
शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे : उतरांव थानांतर्गत घाटमपुर गांव का रहने वाला अनिल कुमार पुत्र वासुदेव यादव गुरुवार रात चार युवकों के साथ वह कटहरा गांव स्थित ढाबे पर खाना खाने पहुंचा। इसके बाद उसका पता नहीं चला था। शुक्रवार सुबह घर से करीब आधा किलोमीटर दूर कटहरा दमगढ़ा मार्ग पर उसकी लाश पाई गई थी। गला दबाकर उसे मारा गया था। उसके शरीर पर कई जगह चोट भी थी। पीठ पर घसीटे जाने के भी निशान थे।