नौकरी के नाम पर 91 लाख रुपये की ठगी करने वाले पुलिस की पकड़ से दूर Prayagraj News
नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले पुलिस की पकड़ से दूर हैं। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने अपना जाल फैला दिया है। वहीं अपने पैसे मांगने पर उन्हें धमकी दी जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतियोगी परीक्षा में पास कराने और नौकरी दिलवाने के नाम पर 25 से ज्यादा लोगों से 91 लाख रुपये की ठगी करने के आरोपित पुलिस पकड़ से दूर हैं। नौकरी नहीं मिलने पर जब पीड़ितों ने पैसे की मांग की तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इससे परेशान संजीव कुमार ने सिविल लाइंस थाने में संत लाल उसके बेटे अनुराग, अभिषेक, आलोक बेटी दीपिका व पूनम और नितिन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
आरोपित धूमनगंज इलाके के रहने वाले हैं
धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयरामपुर पटपर मुहल्ले के आरोपित रहने वाले हैं। झूंसी निवासी संजीव कुमार का आरोप है कि दिसंबर 2018 में उसकी मुलाकात दोस्त चंद्रसेन विमल के जरिए अभिषेक संत से हुई थी। तब अभिषेक ने अपने मोबाइल में कई बड़े अधिकारियों व नेताओं की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि उसकी बहुत पहुंच है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग कराकर नौकरी लगवाता है।
75 लाख रुपये ठग लिए
भरोसा होने पर उसने अपने साथियों और बेरोजगार दोस्तों से चर्चा की। कुछ दिन बाद सिविल लाइंस स्थित किंग क्लासिक रेस्टोरेंट में संजीव अपने साथी अमित कुमार, शुभम, अन्नू, रामू के साथ अभिषेक और उसके परिजनों से मिला। उन लोगों ने नौकरी दिलाने का भरोसा करते देते हुए दो बार में 75 लाख रुपये लिए। फिर चंद्रसेन ने विमल से भी 16 लाख रुपये लिए। परीक्षा परिणाम आने पर कोई भी अभ्यर्थी सफल नहीं हुआ। अभिषेक से पूछने पर वह टाल-मटोल करने लगा और पैसा वापस करने की बात कही, लेकिन नहीं किया। मांगने पर धमकी दी गई।
रिपोर्ट दर्ज, पुलिस कर रही विवेचना
पीड़ित का यह भी आरोप है कि अभिषेक के पिता संत लाल ने भी आर्य बेसिक जूनियर हाईस्कूल में नौकरी के नाम पर कई लोगों से ठगी की है। शिकायत मिलने पर सीओ सिविल लाइंस वृजनारायण सिंह के निर्देश पर रिपोर्ट दर्ज की गई। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस राकेश चौरसिया का कहना है कि मामले की विवेचना की जा रही है।
लाखों रुपये के गबन में ससुरालीजनों पर केस
लाखों रुपये गबन करने के मामले में कल्याणी देवी मुहल्ले में रहने वाली अर्चना जायसवाल ने ससुरालीजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि उसके पति आलोक अग्रवाल अच्छा कारोबार करते थे और लाखों रुपये की संपत्ति अर्जित की थी। 31 मई 2017 को उनकी मौत हो गई। इसके बाद सास गीता, ससुर भगवानजी, जेठ अजय, जेठानी ममता, देवर अभिषेक व अन्य लोग उस संपत्ति को हड़पने की साजिश रची और लाखों रुपये गबन कर लिया। अब उसे घर से बाहर निकालने की धमकी दी जा रही है। अतरसुइया पुलिस मामले की जांच कर रही है।