फार्मासिस्ट की डिग्री लेकर खोला क्लीनिक और करने लगा इलाज, अब कसेगा शिकंजा
13 नवंबर को झूंसी निवासी अजय कुमार मालवीय बुखार से पीडि़त हुए तो उन्हेंं इसी क्लीनिक में ले जाया गया। मरीज को बिना कोरोना टेस्ट के भर्ती कर लिया गया। सुधार न होने पर स्वजन उन्हेंं एसआरएन ले गए जहां 15 नंवबर को उनका निधन हो गया था।
प्रयागराज, जेएनएन। फार्मासिस्ट की डिग्री लेकर क्लीनिक चला रहे एक फार्मासिस्ट को महंगा पड़ गया। अब उसके स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सीएमओ ने कोटवा एट बनी सीएचसी के अधीक्षक को निर्देशित किया है कि संबंधित के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज कराई जाए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. जीएस वाजपेयी ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन की बैठक में निर्णय लिया गया है कि गंगादीप कालोनी में अपंजीकृत श्रेयांश क्लीनिक में बीएम त्रिपाठी द्वारा अनाधिकृत रूप से चिकित्सा अभ्यास किया जा रहा है। 13 नवंबर को झूंसी निवासी अजय कुमार मालवीय बुखार से पीडि़त हुए तो उन्हेंं इसी क्लीनिक में ले जाया गया। मरीज को बिना कोरोना टेस्ट के भर्ती कर लिया गया। सुधार न होने पर स्वजन उन्हेंं एसआरएन ले गए जहां 15 नंवबर को उनका निधन हो गया था। इसके बाद जांच में यह खुलासा हुआ कि वह अनाधिकृत हैं।
फार्मासिस्टों ने उठाई अपनी समस्याएं
ईएसआइ डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों की शनिवार को कर्मचारी राज्य बीमा औषधालय नैनी में हुई बैठक में फार्मासिस्टों ने अपनी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। फार्मासिस्टों को प्रतिकार अवकाश प्रदान किए जाने, कैडर रिव्यू, चीफ फार्मासिस्ट को राजपत्रित किए जाने, नवनियुक्त फार्मासिस्टों को ईएसआई भत्ता दिए जाने आदि विषयों पर चर्चा हुई। बैठक में एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष उदयराज सिंह, प्रांतीय महामंत्री सचिन मित्तल, प्रांतीय कोषाध्यक्ष फूलसिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष डीके द्विवेदी, क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष सुनील समेत अन्य मौजूद रहे।