पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिलीप मिश्रा गिरफ्तार, दो लोगों की हत्या की सुपारी देने का है आरोपित Prayagraj News
पुलिस का दावा है कि पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा ने दो लोगों को जान से मारने के लिए सुपारी दी थी। कत्ल करने के लिए नीरज सिंह दूसरे नाम से प्रयागराज में रह रहा था।
प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिलीप के खिलाफ औद्योगिक थाना में आर्म्स एक्ट व पुलिस पर जानलेवा हमला करने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गई है। इससे पहले पुलिस ने पूर्व ब्लाक प्रमुख के बेटे शुभम और खान मुबारक गैंग का शूटर एक लाख के इनामी नीरज सिंह उर्फ अखंड को गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व ब्लाक प्रमुख के बेटे ने नीरज को शरण दी थी
पुलिस का दावा है कि पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा ने दो लोगों को जान से मारने के लिए सुपारी दी थी। कत्ल करने के लिए नीरज सिंह दूसरे नाम से प्रयागराज में रह रहा था। पूर्व ब्लाक प्रमुख के बेटे ने उसे शरण दी थी। इसी मामले में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने भदोही, शंकरगढ़ और मेजा से भी कई लोगों को उठाकर पूछताछ कर रही है। सीओ करछना आशुतोष तिवारी ने बताया कि दिलीप मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दिलीप के पकड़े जाने की सरगर्मी गुरुवार को थी
उधर चाका विकासखंड के पूर्व प्रमुख दिलीप मिश्रा को भदोही से पकड़े जाने की सरगर्मी गुरुवार की देर रात तक बनी रही। हालांकि पुलिस अधिकारी इस संबंध में स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने से बचते रहे। वहीं महकमे में चर्चा थी कि उसे प्रयागराज लाकर घंटों पूछताछ की गई है। इसके पूर्व ही पूर्व प्रमुख के पुत्र शुभम मिश्र व एक लाख के इनामी शूटर नीरज को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंदी पर जानलेवा हमले में भी नाम आया था
वर्ष 2010 में बहादुरगंज में तत्कालीन बसपा सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम से जानलेवा हमले की घटना में उसकी भी भूमिका जांच में सामने आई थी। वह लंबे समय तक जेल में रहा है। कुछ समय से वह शांत भले था लेकिन उसकी गतिविधियों पर क्राइम ब्रांच की नजर थी। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने इस मामले में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा।
पूर्व ब्लाक प्रमुख पर हत्या, अपहरण, गैंगस्टर समेत 47 मुकदमे दर्ज हैं
औद्योगिक क्षेत्र में लवायन कला गांव निवासी दिलीप मिश्रा चाका का ब्लाक प्रमुख रहा है तो पत्नी ग्राम प्रधान। गांव में ही माया देवी ग्रुप ऑफ कॉलेज भी खोला है। उसका प्रबंधक पुत्र शुभम है। दिलीप मिश्रा के खिलाफ मौजूदा समय में हत्या, अपहरण, गैंगस्टर समेत 47 मुकदमे दर्ज हैं। वह औद्योगिक क्षेत्र थाने का हिस्ट्रीशीटर है। कुछ मुकदमों में उसे बरी भी किया जा चुका है।