22 लाख के गबन में फरार इनामी दंपती गिरफ्तार, जानें क्या था मामला
ईसीसी स्थित सिंडिकेट बैंक की शाखा से धोखाधड़ी कर गबन के मामले में फरार दंपती को पुलिस ने पकड़ लिया। शाखा प्रबंधक पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
प्रयागराज : कारोबारी ऋषि केसरवानी का चेकबुक चोरी कर 22 लाख रुपये गबन करने के आरोपित दंपती आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गए। घूरपुर थाना क्षेत्र के गौहनिया निवासी उदयराज कुशवाहा उर्फ गोलू और उसकी पत्नी रीता को मुट्ठीगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया। दो साल से फरार दंपती पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इस मामले में बैंक मैनेजर समेत सात लोग पहले ही जेल जा चुके हैं।
यह था मामला
लूकरगंज निवासी ऋषि केसरवानी का चेक चोरी हुआ था। इसके बाद 12 दिसंबर 2015 से तीन जनवरी 2016 के बीच सिंडीकेट बैंक की ईविंग क्रिश्चियन कॉलेज शाखा में उदयराज व रीता के खाते में 22 लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे। पीडि़त ने मुट्ठीगंज थाने में प्रवीण कुमार शुक्ला, अंकिता व बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विवेचना में अंकिता की नामजदगी गलत पाई गई, लेकिन 12 लोगों के नाम प्रकाश में आए। इंस्पेक्टर मुट्ठीगंज तारकेश्वर राय ने बताया कि अभियुक्त यूको बैंक नगर निगम शाखा के प्रबंधक अखौरी विकास, सहायक प्रबंधक तृप्ति गुप्ता, सिंडीकेट बैंक की पीओ स्वप्निक जायसवाल, कौशांबी के मो. अफजल, मुट्ठीगंज के गोविंदा, विवेक वर्मा व आफताब को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा जा चुका है।
मास्टर माइंड आफताब
फर्जीवाड़ा करने का मास्टर माइंड आफताब था। आरोपित सिंडिकेट बैंक के मैनेजर निर्मल कुमार, पीओ सोनम बाबा व निकिता दुबे ने हाईकोर्ट से अरेस्ट स्टे ले रखा है। फिलहाल सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। पुलिस का यह भी कहना है कि गबन के बाद गोलू अपनी पत्नी के साथ गुजरात भाग गया था। उनके शहर में आने की खबर मिली तो इंस्पेक्टर ने चौकी प्रभारी गऊघाट राम बहादुर साहनी व क्राइम ब्रांच के एसआइ वृंदावन राय, चंदन पांडेय की टीम के साथ दोनों को गऊघाट पुल के पास से दबोच लिया।