पीएम मोदी का कार्यक्रम स्थल होगा नो पॉलीथिन जोन, कुल्हड़ में मिलेगा पानी Prayagraj News
मिट्टी के बर्तन बनाने वालों को व्यापक स्तर पर रोजगार मिल गया है। कोरांव शंकरगढ़ सोरांव प्रतापपुर धनूपुर सैदाबाद मांडा के कई स्वयं सहायता समूहों को इसके लिए लगाया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। परेड मैदान में 29 फरवरी को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम कई मायनों में अहम होगा। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में दिव्यांगों और बुजुर्गों को उपकरण प्रदान किए जाएंगे। कार्यक्रम में लगभग 70 हजार लोगों के लिए भोजन व जलपान की भी व्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देंगे। समारोह स्थल नो पॉलीथिन जोन होगा। भोजन प्लास्टिक के पैकेट में नहीं होगा बल्कि कागज की विशेष पैकिंग में दिया जाएगा। पानी के लिए समारोह स्थल पर जगह-जगह पांच हजार मिट्टी के बड़े-बड़े घड़े रखे जाएंगे। पानी भी मिट्टी के कुल्हड़ और कागज के खास कप में दिया जाएगा।
मिट्टी के बर्तन बनाने वालों को व्यापक स्तर पर रोजगार मिला
दिव्यांग व वृद्धजन को कृत्रिम अंग तथा सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम में सामाजिक सरोकारों की भी झलक दिखेगी। पर्यावरण संरक्षण जैसे सरोकार के साथ ही गरीबी उन्मूलन के लिए भी समारोह स्थल से बड़ा संदेश जाएगा। मिट्टी के बर्तन बनाने वालों को व्यापक स्तर पर रोजगार मिल गया है। कोरांव, शंकरगढ़, सोरांव, प्रतापपुर, धनूपुर, सैदाबाद, मांडा के कई स्वयं सहायता समूहों को इसके लिए लगाया गया है। लगभग 800 लोगों को भी घड़ा व कुल्हड़ों को बनाने के लिए कहा गया है।
खास बातें
07 स्वयं सहायता समूहों के डेढ़ सौ लोग बना रहे मिट्टी के बर्तन
08 सौ अन्य लोगों को भी लगाया गया है घड़े व कुल्हड़ बनाने में
06 अन्य जिलों से भी मिट्टी के बर्तनों के लिए साधा गया है संपर्क
70 हजार लोगों के लिए भोजन और पेयजल की हो रही है व्यवस्था
15 सौ बसों से कार्यक्रम स्थल पर लाए जाएंगे 27 हजार लाभार्थी
12 हजार लाभार्थियों के उपकरण तीन सौ ट्रकों से उनके घर पहुंचाए जाएंगे।
डीपीआरओ को प्रभारी बनाया गया है
सिर्फ प्रयागराज से ही नहीं, आसपास के जिलों प्रतापगढ़, चित्रकूट, कौशांबी, भदोही, मीरजापुर और बांदा से भी घड़े व कुल्हड़ मंगाए जाए रहे हैैं। इन जिलों के सीडीओ को इसके लिए कहा गया है। ये घड़े और कुल्हड़ 27 फरवरी की शाम तक समारोह स्थल पर मंगा लिए जाएंगे। इसके लिए सौ से ज्यादा ट्रकों व टै्रक्टरों को लगाया गया है। डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव को इसका प्रभारी बनाया गया है। मंगलवार को उन्होंने मिट्टी के बर्तनों को समारोह स्थल तक ले आने की तैयारियों की समीक्षा भी की।