डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के मुकदमे में वादी तलब
प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के मुकदमे में स्पेशल कोर्ट ने वादी को तलब किया है। अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी।
इलाहाबाद : डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के मुकदमे में स्पेशल कोर्ट ने वादी विक्रम सिंह को तलब किया है। एमपी एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई की। इसके बाद मीरजापुर निवासी विक्रम सिंह को अपने गवाह पेश करने के लिए एक और मौका दिया। मुकदमे की अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी।
मामला यह था कि डिप्टी सीएम 31 मई 2018 को मथुरा स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। वहां उन्होंने कहा था कि राजा जनक ने जो हल चलाया, वह घड़े से टकराया और उससे बच्ची निकली जो बाद में सीता बनी। यह तकनीक टेस्ट ट्यूब बेबी जैसी है। याची विक्रम सिंह ने उनके बयान को अखबार में पढ़ा तो उनकी धार्मिक भावना को ठेस पहुंची। इस कारण डिप्टी सीएम के खिलाफ मुकदमा दंडित कराने के लिए पेश किया। इस मुकदमे को याची ने सीजेएम मीरजापुर की कोर्ट में पेश किया और अपना बयान कोर्ट के समक्ष रिकार्ड किया। अब गवाहों का बयान रिकार्ड किया जाना है। चूंकि पत्रावली इलाहाबाद स्थानांतरित होकर आई है। कोर्ट ने गवाह के बयान के लिए याची को मौका दिया है।
कोर्ट में हाजिर हुए पशुधन मंत्री :
एमपी एमएलए कोर्ट में शुक्रवार को पशुधन मंत्री एसपी सिंह बघेल व वृंदावन गुप्ता हाजिर हुए। इनके विरुद्ध तीन मुकदमे विचाराधीन हैं, जो आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित हैं। विशेष न्यायाधीश पवन कुमार तिवारी ने उपस्थिति दर्ज करके तीनों मुकदमों में गवाहों को तलब करते हुए अभियोजन को आदेशित किया कि वे अगली सुनवाई सात दिसंबर को गवाहों को पेश करें। कोर्ट में दाखिल तीन मुकदमों में दो मुकदमा थाना शिकोहाबाद और एक मुकदमा जसराना में अलग-अलग तिथियों में 2004 में दर्ज किया गया। इसमें अभी गवाही बाकी है। इस मामले में तत्कालीन एसीजेएम निशांत देव ने गवाहों को पेश करने के लिए एसपी फिरोजाबाद को पत्र लिखा, लेकिन अभियोजन ने गवाहों को पेश करने में कोई रुचि नहीं दिखाई।