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यमुना नदी पर नहीं बना पीपे का पुल, हो रही अवैध वसूली

शंकरगढ़ या रीवां की ओर जाने के लिए कौशांबी या फतेहपुर के लोग प्रयागराज शहर से होकर जाने के बजाय इसी पीपे के पुल से होकर जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 06:50 AM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 06:50 AM (IST)
यमुना नदी पर नहीं बना पीपे का पुल, हो रही अवैध वसूली
यमुना नदी पर नहीं बना पीपे का पुल, हो रही अवैध वसूली

प्रयागराज : प्रयागराज से सटे कौशांबी जनपद के नंदा का पुरवा से प्रयागराज के प्रतापपुर गांव के लिए यमुना नदी पर हर साल पीपे का पुल बनता है। इसके रोजाना सैकड़ों यात्रियों का आवागमन दोनों जिलों के बीच होता है। इस पुल को 15 अक्टूबर तक बन जाना था लेकिन अब तक नहीं बनाया गया। ऐसे में वहां पर एक व्यक्ति यात्रियों को स्टीमर से लाने और ले जाने के लिए पैसा वसूल रहा है। जबकि लोक निर्माण विभाग की ओर से वहां पर यात्रियों से पैसा वसूलने का ठेका नहीं हुआ है।

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कौशांबी के लोगों को प्रयागराज के शंकरगढ़ की ओर जाने के लिए सरांय अकिल थाना क्षेत्र के नंदा का पुरवा गांव से यमुना नदी पर हर साल पीपे का पुल बनता है। इस पुल का दूसरा छोर प्रयागराज के घूरपुर थाना क्षेत्र प्रतापपुर गांव को जोड़ता है। बारिश के दिनों में इस पुल तोड़ दिया जाता है। बारिश बाद 15 अक्टूबर से फिर से इसे शुरू करना होता है। लेकिन निर्धारित समय के एक महीने भी इस पुल का निर्माण नहीं किया गया है।

दरअसल इस पुल से होकर दोनों के जिलों के बीच सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है। शंकरगढ़ या रीवां की ओर जाने के लिए कौशांबी या फतेहपुर के लोग प्रयागराज शहर से होकर जाने के बजाय इसी पीपे के पुल से होकर जाते हैं। इससे दूरी कम हो जाती है और कहीं रास्ते में भीड़ या जाम नहीं मिलता है। जून महीने में पीपे का पुल उखड़ने के बाद और नये पीपा पुल निर्माण होने तक सवारियों को यमुना नदी से पार उतारने के लिए लोकनिर्माण विभाग ने सुनीता देवी शुक्ल पत्नी देवेंद्र शुक्ल के नाम स्टीमर संचालन का ठेका दिया है। ठेकेदार ने सवारियों को यमुना नदी से पार उतारने के लिए स्टीमर के साथ ही नाव का इंतजाम किया है और मनमानी किराया वसूल करते है। क्षेत्र के आदित्य कुमार, राजकुमार, नवरंग, विजय कुमार, मोनू, लल्ला आदि की मानें तो ठेकेदार स्टीमर से यमुना नदी पार उतारने के लिए मोटरसाइकिल व उस पर बैठे यात्रियों से 30 रुपये के हिसाब से किराया वसूल करते हैं। इससे कभी भी हादसा भी हो सकता है। नहीं बना पुल, कैसे जाएंगे मेला :

नदी उस पार प्रयागराज जिले के अमिलियन गांव में मसुरिया धाम है। वहां पर 25 नवंबर से ऐतिहासिक मेला लगेगा। मसुरिया धाम के ऐतिहासिक मेले में फतेहपुर, कौशांबी के तमाम श्रद्धालु इसी पुल से यमुना नदी पार करते हैं। उसके बाद छह दिसंबर से नेवादा विकास खंड के तिल्हापुर गांव का मेला शुरू हो जाएगा। उसमें यमुना पार से लोग आते हैं। पीपे का पुल शुरू न होने से यात्रियों को परेशानी होगी और वहां पर ठेकेदार उनसे मनमानी वसूली करेगा। क्षेत्र के मनोज द्विवेदी, मुन्ना त्रिपाठी, शैलेंद्र, बच्चा ¨सह, विनोद दुबे, धर्मेंद्र पांडेय आदि ग्रामीणों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की शह पर ठेकेदार अवैध वसूली कर रहा है। उसकी वसूली के लिए विभाग पुल नहीं बनवा रहा है। वह इसकी शिकायत डीएम से करेंगे। शासन से धनराशि न मिलने के कारण पीपे के पुल का निर्माण नहीं हो रहा है। जल्द ही पुल का निर्माण करवाया जाएगा। अगर वहां घाट पर ठेकेदार अवैध वसूली कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- वेद नारायण, अधिशासी अभियंता, निर्माण खंड।


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