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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गांधीवादी विचार और दर्शन पर पीजी डिप्लोमा जल्द

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र और छात्राएं में गांधीवादी विचार दर्शन पर पीजी डिप्‍लोमा जल्‍द कर सकेंगे। यह निर्णय इविवि एकेडमिक कौंसिल की बैठक में लिया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 07:17 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 07:17 PM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गांधीवादी विचार और दर्शन पर पीजी डिप्लोमा जल्द
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गांधीवादी विचार और दर्शन पर पीजी डिप्लोमा जल्द

प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जल्द ही गांधी दर्शन और विचार पर छह महीने का पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू होगा। यह पीजी डिप्लोमा कोर्स गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान के तत्वावधान में शुरू होगा।

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एकेडमिक कौंसिल की बैठक में लिया गया निर्णय

यह निर्णय इविवि के विधि संकाय में हुई एकेडमिक कौंसिल की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू ने की। इस दौरान सभी विभागों के अध्यक्ष और सारे संकायों के डीन मौजूद रहे। एकेडमिक कौंसिल की बैठक में चर्चा के बाद सर्वसम्मति से यह पारित किया गया कि विश्वविद्यालय में जल्द ही गांधी दर्शन और विचार पर छ: महीने का पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू होगा।

छात्रों का नामांकन छह माह के लिए होगा

इस डिप्लोमा कोर्स में छात्रों का छह महीने के लिए नामांकन किया जाएगा। पाठ्यक्रम को छह हिस्से में विभाजित किया गया। इनमें गांधी वादी अर्थशास्त्र, भारतीय समाज के बारे में गांधी के विचार, गांधी के राजनीतिक विचार, गांधीवादी दर्शन तथा स्वाधीनता संग्राम में गांधीवादी विचार की भूमिका जैसी इकाई होगी। इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्रों को पीजी डिप्लोमा का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। वर्तमान में प्रोफेसर वीके राय गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान के निदेशक हैं।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज में बीपीएड कोर्स का संचालन

एकेडिमिक कौंसिल में यह भी विचार किया गया कि फाफामऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज में बीपीएड कोर्स का संचालन किया जाए। इसके अलावा इविवि में 558 पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती में 200 प्वाइंट के आरक्षण मसले पर भी चर्चा की गई। इस दौरान चार्ट दिखाया गया। बैठक में इस प्रस्ताव को भी सर्वसम्मत से पारित कर दिया गया। मसले पर बुधवार को कार्य परिषद की बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।


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