कमाई का मोह नहीं छोड़ पाया रेलवे, चलाईं मालगाडिय़ां
कुंभ मेला के स्नान पर्वों पर मालगाडि़यों को प्रयागराज से नहीं गुजारा जाएगा। इस दावे के बाद भी माल गाडि़यां यहां से गईं।
प्रयागराज : उत्तर मध्य रेलवे ने दावा किया था कि कुंभ में प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान इलाहाबाद से मालगाडिय़ों को नहीं गुजारा जाएगा, लेकिन पहले ही शाही स्नान पर्व पर दावे हवा-हवाई साबित हुए। रेलवे कमाई का मोह नहीं छोड़ पाया। मंगलवार को दोपहर में इलाहाबाद जंक्शन से कई मालगाडिय़ों को गुजारा गया।
दिल्ली से हावड़ा का रूट देश के सबसे व्यस्त रेलवे रूटों में एक है। इसलिए निर्णय लिया गया था कि कुंभ के दौरान जब मेला स्पेशल गाडिय़ों को चलाया जाएगा तो मालगाडिय़ों को प्रयागराज से नहीं गुजारा जाएगा, ताकि इससे ट्रेनें लेट न हों। सभी ट्रेनें समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें। पहले शाही स्नान पर्व पर इलाहाबाद जंक्शन पर अपेक्षा अनुरूप भीड़ नहीं हुई, लेकिन रेलवे, आरपीएफ और जीआरपी ने भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम किए थे।
दोपहर में प्लेटफार्म नंबर 4-5 से कई मालगाडिय़ों को गुजारा गया। ज्यादातर मालगाडिय़ों में कोयला लदा था। इसके अलावा सरिया, लोहे की चादर आदि थी। इन दोनों प्लेटफार्म से एक-दो नहीं कई मालगाडिय़ों को एक के पीछे एक करके निकाला गया। इस दौरान रेलवे के सभी आलाधिकारी कंट्रोल टॉवर पर डटे हुए थे। पल-पल भीड़ की जानकारी ले रहे थे।
सच्चाई दावे से है उलट
रेलवे के अधिकारी हमेशा दावा करते हैं कि उनकी प्राथमिकता हमेशा सवारी गाडिय़ों को पहले निकालने की होती है, लेकिन सच्चाई इसके उलट है। इलाहाबाद जंक्शन से दोपहर में गुजरने वाली सवारी गाडिय़ां अक्सर इसलिए पिट जाती हैं, क्योंकि मालगाडिय़ों को सवारी गाडिय़ों से पहले निकाला जाता है।
क्या कहते हैं जनसंपर्क अधिकारी
इलाहाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि मंगलवार को मौसम साफ होने पर नियमित गाडिय़ां ज्यादा लेट नहीं हुईं। कुंभ मेला स्पेशल को घोषित समय सारिणी से चलाने के बाद मालगाडिय़ों को बेहतर समन्वय के साथ चलाया गया। अगर अगले स्नान पर्व पर भीड़ ज्यादा बढऩे व स्पेशल गाडिय़ों की संख्या बढऩे पर मालगाडिय़ों को नहीं चलाया जाएगा।