Accident in Prayagraj : धान काटने की जल्दबादी में चली गई पांच लोगों की जान
स्वजन ने बताया कि वापस चलने की बात जब हुई तो संजय के ससुर ने सभी को यह कहते हुए रोका कि रात हो गई है इसलिए बुधवार सुबह चले जाना। लेकिन सभी ने कहा कि धान की फसल काटकर रखी है न पहुंचने पर फसल खराब हो जाएगी।
प्रयागराज,जेएनएन। जिले के करनाईपुर-तिलई बाजार मार्ग स्थित शारदा सहायक नहर मोड़ पर मंगलवार की रात जाइलो कार पलटने से जो बड़ा हादसा हुआ और पांच लोगों की जान गई, उस कार में सवार लोग धान काटने की जल्दबाजी के चलते प्रतापगढ़ लौट रहे थे। यह लोग बहरिया के भवानापुर गांव में भंडारा का प्रसाद ग्रहण करके अपने घर प्रतापगढ़ जा रहे थे। इस हादसे के बाद स्वजन पछता रहे हैं कि इतनी जल्दबाजी न किए जो तो शायद जान बच जाती, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। बुधवार की शाम पांचों शव गांव ले जाए गए तो मानो हर तरफ गम ही पसर गया।
रिश्तेदार के यहां से भंडारे में शामिल होकर लौटते समय हुआ था हादसा
शारदा सहायक नहर मोड़ पर मंगलवार रात नौ लोगों से भरी जाइलो कार अनियंत्रित होकर पलट गई थी। ये सभी भवानापुर बहरिया निवासी राम सिंह पटेल के यहां आयोजित भंडारे से वापस प्रतापगढ़ जनपद के मान्धाता थानांतर्गत बुआपुर जा रहे थे। कार पलटने से प्रमोद कुमार, बड़े भाई की पुत्री सोनी, भाभी केवला देवी, चाची शांति पत्नी सीताराम व मौसी शांति देवी पत्नी विजय बहादुर की मौत हो गई थी। केवला की बहन, ज्योति, कलावती व विद्यावती जख्मी हो गई। बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम हुआ।
रात में जाने से रोक रहे थे
स्वजन ने बताया कि भवानापुर से घर वापस चलने की बात जब हुई तो संजय के ससुर राम सिंह पटेल ने सभी को यह कहते हुए रोका कि रात हो गई है, इसलिए बुधवार सुबह चले जाना। लेकिन सभी ने यह कहा कि धान की फसल काटकर खेत में रखी है और न पहुंचने पर फसल खराब हो जाएगी। बार-बार कहने के बाद भी कोई नहीं माना और कार में सवार होकर निकल गए।