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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन से लोगों में जगी एम्स की उम्मीद

पीएम नरेंद्र मोदी का प्रयागराज आगमन होना है। उनसे शहरवासियों की एम्स की उम्‍मीद है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 13 Dec 2018 05:46 PM (IST)Updated: Thu, 13 Dec 2018 05:46 PM (IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन से लोगों में जगी एम्स की उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन से लोगों में जगी एम्स की उम्मीद

प्रयागराज : इस शहर में इलाज के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश व बिहार तक के मरीज आते हैं। ऐसे में यहां भी एम्स की व्यवस्था होनी चाहिए। मेडिकल कॉलेज व मंडलीय अस्पताल तो यहां पर है लेकिन गंभीर मरीजों का इलाज कराने के लिए यहां से दिल्ली व मुंबई जाना पड़ता है। यदि यहां भी एम्स की व्यवस्था हो जाए तो नाम मात्र के शुल्क से ही बेहतर सेवाएं उपलब्ध हो सकती हैं।

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 16 दिसंबर को प्रयागराज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन हो रहा है। एक तरफ प्रयागराज जहां उनके स्वागत की तैयारी कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों को उनसे कई उम्मीदें भी हैं। गोरखपुर व रायबरेली को एम्स की सौगात तो दे दी गई है लेकिन प्रयागराज अभी भी इससे अछूता है। जबकि यहां कुंभ, महाकुंभ व माघ मेला आयोजित होता है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु देश विदेश से आते हैं। यहां एम्स के लिए लंबे समय से मांग भी की जा रही है लेकिन आज तक इसकी घोषणा नहीं हुई।

यह ऐसा शहर है जहां देश ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के मरीज भी यहां बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं। यदि यहां एम्स की सुविधा हो जाए तो मरीजों को सहूलियत होगी। प्रयागराज का नाम बदलने के बाद अब एम्स के सौगात का इंतजार है।

- डॉ. जेके जैन, चिकित्सक

प्रयागराज को एम्स की आवश्यकता है। अभी यहां सुपरस्पेशलिटी की व्यवस्था न होने से परेशानी होती है। यदि यहां पर हार्ट सर्जरी, ब्रेन सर्जरी जैसी सुविधा मिले तो मरीजों को दूसरे शहरों में न जाना पड़े। एएमए की तरफ से हम सब मांग करते हैं कि यहां एम्स की व्यवस्था की जाए।

- डॉ. अनिल शुक्ल, पूर्व अध्यक्ष एएमए

वैसे यहां कई बड़े हॉस्पिटल हैं लेकिन सुपरस्पेशलिटी नहीं है। गंभीर मरीज पैसे के अभाव में अपना इलाज कराने बड़े अस्पताल में नहीं जा पाते हैं। प्रधानमंत्री जी को इस शहर को एम्स की सौगात देनी चाहिए, ताकि सभी को सस्ती व सुलभ चिकित्सा व्यवस्था मिल सके।

- डॉ. ऋचा

वर्ष 2007 से हम लोग एम्स की मांग कर रहे हैं। इसके लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को इस संबंध में पत्र भी भेजा गया लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। प्रधानमंत्री के आगमन पर शहरवासी एम्स की घोषणा किए जाने की आस लगाए बैठे हैं।

- रामचंद्र यादव, अधिवक्ता


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