ट्रेन हादसे के शिकार यात्रियों को प्रयागराज में ही रेलवे का क्लेम मिल सकेगा Prayagraj News
रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल यानी आइसीटी की शाखा अब प्रयागराज में खुलने जा रही है। लखनऊ और गोरखपुर के बाद यह तीसरी शाखा होगी। रेलवे क्लेम से संबंधित 17 जिलों के मामले निस्तारित होंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। ट्रेन में सफर करते समय, ट्रेन में चढ़ते और उतरते समय हादसे का शिकार होने वाले यात्रियों को अब इधर-उधर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उत्तर मध्य रेलवे के क्षेत्र में कोई रेल हादसा या दुर्घटना होने पर अब तक पीडि़त को क्लेम के लिए लखनऊ जाना पड़ता था। इसकी वजह से प्रयागराज और उसके आसपास के जिले के यात्रियों को परेशानी होती थी, इसलिए अब प्रयागराज में रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल (आरसीटी) की बेंच खोली जा रही है। बेंच में एक न्यायिक सदस्य और एक तकनीकी सदस्य रहेंगे, जो मामलों की सुनवाई करके उसका निस्तारण करेंगे।
लखनऊ और गोरखपुर के बाद रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल प्रयागराज में भी होगा
प्रदेश में रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल की बेंच लखनऊ और गोरखपुर में है। ट्रेन हादसे के पीडि़तों को अब प्रयागराज में ही रेलवे का क्लेम मिल जाएगा। इसके लिए यहां पर रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल (आरसीटी) की बेंच खुलने जा रही है। इससे लोगों को राहत मिल सकेगी। वाल्मीकि चौराहा स्थित उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के महाप्रबंधक (जीएम) के पुराने कार्यालय में शाखा का उद्घाटन होगा। पहले इस कार्यक्रम में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव के आने की संभावना थी, लेकिन अब सदस्य रेलवे बोर्ड इसका उद्घाटन करेंगे।
इन जिलों के मामलों की होगी सुनवाई
प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, जौनपुर, सोनभद्र, वाराणसी, बांदा, भदोही, चंदौली, चित्रकूट, जालौन, झांसी, कन्नौज, ललितपुर, महोबा, मीरजापुर।
बोले एनसीआर के सीपीआरओ
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि 13 अक्टूबर को बेंच का उद्घाटन करने के लिए रेलवे बोर्ड के सदस्य आ रहे हैं।