Prayagraj Junction: आप भी रहें सावधान, ई-रिक्शा और टेंपो चालकों की जंक्शन से बाहर चलती है मनमानी
Prayagraj Junction ई-रिक्शा ऑटो व टेंपो समेत सभी सवारी वाहन स्टेशन से निकलने वाले यात्रियों को बैठाने के लिए पहुंचने लगे। अब इनकी मनमानी चरम पर है। आए दिन यात्रियों से इनका झगड़ा होता है। विरोध करने पर सभी लामबंद हो जाते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जंक्शन के बाहर निजी सवारी वाहन संचालकों का वर्चस्व है। ट्रेन से उतरकर स्टेशन के बाहर निकलने वाले यात्रियों को ई-रिक्शा और टेंपो चालकों का सामना करना पड़ता है। ये चालक उनके साथ बदसलूकी करने से भी बाज नहीं आते हैं। कई बार यात्रियों के साथ मारपीट भी करते हैं। इसकी शिकायत की जाती है तो एक-दो दिन इन पर नियंत्रण किया जाता है। उसके बाद फिर उनकी मनमानी चलती है।
विरोध करने पर सभी लामबंद हो जाते हैं
दरअसल, माघ मेले के दौरान रेलवे ने सिविल लाइंस साइड चौथा मार्ग को छोड़कर सभी रास्तों पर बैरिकेंडिंग कर दी थी। मेले के दौरान भीड़ बढऩे पर नियंत्रित करने की योजना के तहत रेलवे ने यह कदम उठाया था। मेला के समापन के बाद सभी रास्ते खोल दिए गए। इससे ई-रिक्शा, ऑटो व टेंपो समेत सभी सवारी वाहन स्टेशन से निकलने वाले यात्रियों को बैठाने के लिए पहुंचने लगे। अब इनकी मनमानी चरम पर है। आए दिन यात्रियों से इनका झगड़ा होता है। विरोध करने पर सभी लामबंद हो जाते हैं। शिकायत के बावजूद इन वाहन चालकों के खिलाफ शिकंजा नहीं कसा जा रहा है।
यात्रियों से करते हैं बदसलूकी
मुंबई से परिवार के साथ लौटे मोहित अग्रवाल स्टेशन के बाहर पहुंचे तो कई चालकों ने उन्हें अपनी गाड़ी से छोडऩे के लिए घेरा। मोहित ने कहा कि उन्हें लेने रिश्तेदार आ रहे हैँ। इस बीच एक चालक के बदसलूकी की। विरोध करने पर उसके समर्थन में कई चालक आ गए। देखते ही देखते मारपीट की नौबत आ गई। हालांकि बाद में कुछ लोगों ने बीच बचाव कर माहौल शांत कराया। हालांकि मोहित ने कहीं शिकायत नहीं की है।