...तो इसीलिए इलाहाबाद का पार्सल पहुंच जा रहा है मुगलसराय या मीरजापुर Prayagraj News
छिवकी स्टेशन पर पार्सल प्वांइट की सुविधा नहीं है। इसलिए ट्रेनों से बुक किया गया सामान यहां नहीं उतरता। यही कारण है कि यहां का सामान मुगलसराय या फिर मीरजापुर पहुंच जाता है।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद जंक्शन से ट्रेनों का लोड कम करने के लिए रेलवे ने लंबी दूरी की दो दर्जन से अधिक रेलगाडिय़ों को छिवकी स्टेशन पर शिफ्ट कर दिया है। हालांकि वहां पर यात्रियों को कई समस्याएं झेलनी पड़ रही है। खासकर छिवकी स्टेशन पर पार्सल प्वाइंट न होने से यात्रियों का भेजा गया सामान अक्सर इलाहाबाद आने के बजाय मीरजापुर या फिर मुगलसराय पहुंच जा रहा है। इससे लोगों को परेशान हो रही है।
छिवकी स्टेशन के डेपलप होने से पहले ही खड़ी होने लगी ट्रेनें
दरअसल बिहार, बंगाल से महाराष्ट्र, गुजरात या दक्षिण भारत को जाने वाली ट्रेनें इलाहाबाद जंक्शन आती थीं तो उन्हें आधे से एक घंटे तक यहां रुकना पड़ता था। यहां पर इन ट्रेनों की शंटिंग करनी पड़ती थी। यानी इंजन की दिशा बदली जाती थी। ऐसे में ट्रेनें लेट हो जाती थीं और रेल ट्रैफिक भी व्यस्त रहता था। इस समस्या से निपटने के लिए कुछ साल पहले छिवकी स्टेशन को सेटेलाइट के रूप में डेवलप किया गया। वह पूरी तरह से डेवलप भी नहीं हुआ कि मुंबई और दक्षिण भारत वाली अधिकतर ट्रेनों को वहां शिफ्ट कर दिया गया। वहां पर तीन प्लेटफार्म बनाकर ट्रेनों को रोकने का इंतजाम हुआ लेकिन यात्रियों को मिलने वाली कई सुविधाएं नहीं है।
छिवकी में पार्सल प्वाइंट नहीं बनाया गया है
छिवकी से बुक कराने और आने वाले सामान को उतारने के लिए पार्सल प्वाइंट नहीं बनाया गया है। ऐसे में कोई पुणे या मुंबई से इलाहाबाद के लिए सामान भेजता है तो वह मीरजापुर और मुगलसराय पहुंच जाता है। फिर वहां से दूसरी ट्रेनों के जरिए वह सामान इलाहाबाद जंक्शन पर आता है। ऐसे में कई बार सामान गायब भी जाता है या टूट-फूट जाता है।
बोले पीआरओ सुनील गुप्ता
रेलवे के पीआरओ सुनील गुप्ता ने बताया कि छिवकी में पार्सल प्वाइंट न बने होने से यात्रियों को परेशानी होती है। कई बार यात्री शिकायत कर चुके हैं। इसके लिए स्वीकृति हो चुकी है। अब जल्द ही वहां पर पार्सल प्वाइंट बनवाया जाएगा।
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