Kumbh mela 2019 : कुंभ का वैभव देखेंगे 30 देशों के ढाई हजार प्रवासी भारतीय
कुंभ मेले के आकर्षण में 30 देशों के प्रवासी भारतीय भी खिंचे चले आएंगे। तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संगम स्नान, श्रीहनुमान व अक्षयवट दर्शन करेंगे।
ज्ञानेंद्र सिंह, कुंभनगर : दिव्य और भव्य कुंभ के चलते पृथ्वी का केंद्र बनी संगमनगरी में आध्यात्मिक चेतना की गंगा बह रही है। देश और दुनिया से पर्यटक इसके आकर्षण से खिंचे चले आ रहे हैं। इसी क्रम में 24 जनवरी को लगभग 30 देशों के ढाई हजार के करीब प्रवासी भारतीय भी आ रहे हैं। वह प्रवासी भारतीय इंद्रप्रस्थम टेंट सिटी में रुकेंगे और एक साथ संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। इनके कुंभ भ्रमण की तैयारियों का जायजा शुक्रवार को केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने लिया था।
वाल्वो बसों से प्रयागराज पहुंचेंगे प्रवासी भारतीय
प्रवासी भारतीय वाल्वो बसों से 24 जनवरी की सुबह यहां पहुंचेंगे। वह सीधे कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 20 में बसाई गई टेंट सिटी में ठहरेंगे। वहां से वह क्रूज और मोटरबोट से संगम पहुंचेंगे। वहां पुण्य की डुबकी लगाएंगे और त्रिवेणी की विधि-विधान से पूजा-आरती करेंगे। इसके बाद वे किला के पास वीआइपी घाट पहुंचेंगे, जहां से मूल अक्षयवट का दर्शन करेंगे। वहां से प्रवासी भारतीयों का काफिला बड़े हनुमान मंदिर पहुंचेंगा, जहां वे दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद प्रवासी भारतीय किला घाट मार्ग पर लंच करेंगे।
सेल्फी प्वाइंट पर करेंगे फोटोग्राफी
संगम नोज तथा अरैल स्थित सेल्फी प्वाइंट पर फोटोग्राफी होगी। अरैल क्षेत्र में स्थित कला ग्राम में वे भारतीय कला से परिचित होंगे। संस्कृति ग्राम में उनको भारत की संस्कृति व सभ्यता से अवगत कराया जाएगा। टेंट सिटी में प्रवासी भारतीयों का डिनर होगा। वहां से रात में ट्रेन से दिल्ली रवाना होंगे। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने प्रवासी भारतीयों के आगमन को लेकर विभिन्न स्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया। अरैल में वीआइपी घाट, संगम, टेंट सिटी, अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने कुंभ मेला प्रशासन के अधिकारियों के साथ अरैल स्थित अस्थाई सर्किट हाउस में बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री के भी आने की उम्मीद
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करेंगे। उनके कुंभ में आने की उम्मीद है। हालांकि वह अपने मूल स्थान बलिया भी जाएंगे। इसी बीच उन्हें समय मिलेगा तो वह कुंभ में भी आएंगे। उनके अलावा कई प्रवासी भारतीयों में कई बड़े बिजनेस मैन, वैज्ञानिक, नामचीन डॉक्टर और दुनिया भर में अपनी अभियांत्रिकी कौशल का डंका बजाने वाले सौ से ज्यादा इंजीनियर भी शामिल होंगे। हॉलीवुड से जुड़े लोगों के साथ ही जापान, रूस, नेपाल, त्रिनिदाद के कलाकार भी होंगे। अमेरिका व आस्ट्रेलिया में सरकारी विभागों में तैनात अफसर भी कुंभ में आएंगे।
उत्तर से दक्षिण तक के व्यंजनों का चखेंगे स्वाद
प्रवासी भारतीयों का लंच भव्य होगा। किला घाट मार्ग पर शानदार पंडाल में उन्हें दोपहर का भोजन कराया जाएगा। उनके लंच में उत्तर से लेकर दक्षिण भारत के व्यंजनों की श्रृंखला परोसी जाएगी। उत्तर प्रदेश के व्यंजन छोले-भटूरे, दाल-बाटी, मध्य प्रदेश का रसाज, राजस्थान का चूरमा, पंजाब-हरियाणा राजमा-छोला, दक्षिण भारतीय व्यंजनों में डोसा, इडली-बड़ा भी दिया जाएगा। इसके अलावा अरहर दाल, मिक्स वेज, पनीर टिक्का, मलाई कोफ्ता, रायता, ग्रीन सलाद, चटनी व अचार भी दिया जाएगा। चपाती और चावल भी प्रवासी भारतीयों को खिलाया जाएगा। स्वीट डिश में उन्हें गुलाब जामुन, जलेबी, गाजर व मूंग हलवा तथा आइसक्रीम होगी।
विदेशी पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा : सिद्धार्थनाथ
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कुंभ में प्रवासी भारतीयों के आने से विदेशी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुंभ की वैश्विक ब्रांडिंग से दुनिया भर के पर्यटक इस ओर आर्किषत हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में अब तक लगभग साढ़े चार हजार प्रवासी भारतीय पंजीयन करा चुके हैं। इनमें से लगभग ढाई हजार प्रवासी भारतीय कुंभ भी आएंगे, जिनके लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
प्रवासी भारतीयों की फुल प्रुफ सिक्योरिटी
प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक बस में एक मजिस्ट्रेट और एक सीओ के साथ कमांडो होंगे। बसों के काफिले के आगे और पीछे पुलिस एस्कोर्ट होगी। जिन थाना क्षेत्रों से होकर वह गुजरेंगे वहां की पुलिस अलर्ट रहेगी। कुंभ मेला क्षेत्र में उनकी सुरक्षा में कमांडो और एटीएस व एसटीएफ भी रहेगी। एनीआरएफ और जल पुलिस भी तैनात रहेगी। सामानों की चेङ्क्षकग के लिए जगह-जगह स्कैन मशीन लगाई जाएगी। उनके साथ टूरिस्ट गाइड और सौ से ज्यादा लाइजङ्क्षनग अफसर रहेंगे।
विदेशी मेहमानों के लिए खास
05 हजार लोगों के ठहरने के लिए बनाई गई टेंट सिटी
75 करोड़ की लागत से कुंभ के सेक्टर 20 में बसी सिटी
55 हेक्टेयर में बसाई गई है विदेशी मेहमानों के लिए यह सिटी
05 स्टार होटल की सुविधाएं दी गई हैं टेंट सिटी में
12 सौ स्विस कॉटेज हैं इस अत्याधुनिक तंबुओं की नगरी में
03 श्रेणी के बनाए गए हैं स्विस कॉटेज इस सिटी में
5.5 लाख रुपये खर्च हुए हैं एक कॉटेज को बनाने में