मलेरिया व डेंगू का प्रकोप, नहीं हो रहा छिड़काव
बारिश के मौसम में जिले में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मलेरिया और डेंगू भी इससे फैल रहा है। शहर के साथ ही गांवों में भी यह बीमारी तेजी से फैल रही है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग उदासीन बना है। दवा का छिड़काव भी नहीं हुआ है।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद :
इन दिनों मलेरिया व डेंगू का प्रकोप जारी है। ग्रामीण इलाकों के साथ शहरी क्षेत्र के लोग भी जलजनित रोगों की चपेट में है। अभी तक स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दवा छिड़काव के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। कहने के लिए विभाग छिड़काव के लिए 30 टीमें लगा रखी है लेकिन यह टीमें कहां काम कर रही हैं यह पता नहीं। कोरांव क्षेत्र में वर्षो से दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। यही कारण है कि क्षेत्र के बड़ोखर, रत्यौरा, चंदापुर, खिऊलीकला, टुडियार, सीकी खुर्द आदि गांव में मलेरिया का प्रकोप है।
बारिश के साथ साथ जिले में डेंगू का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। बुधवार को जिले में पांच नए डेंगू के मरीज पाए गए हैं। इसकी पुष्टि मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलाजी डिपार्टमेंट में जांच की बाद हुई है। सभी का इलाज अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है।
सोहबतियाबाग निवासी 21 वर्षीय राहुल पांडेय पुत्र दयाशंकर पांडेय, धूमनगंज निवासी 26 वर्षीय अमित दुबे पुत्र कृष्णमणि दुबे, कोठारी बहरिया निवासी 30 वर्षीय उमाकांत पुत्र श्यामलाल व बाबाजी का बाग निवासी 35 वर्षीय आरबी सिंह पुत्र स्व. बद्री प्रसाद सिंह व सहसों निवासी 25 वर्षीय सफदर अंसारी पुत्र नुरूल्लाह अंसारी को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। डेंगू के लिए प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोई उचित प्रबंध नहीं किया गया है। ' विभाग की ओर से दवाओं की छिड़काव के लिए कुल 30 टीम बनाई गई है। इसमें 28 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में लगाई गई है। जिन जगहों पर छिड़काव नहीं हो रहा है वहां भी छिड़काव शीघ्र करा दिया जाएगा।'
डॉॅ. केपी द्विवेदी : जिला मलेरिया अधिकारी