जागा समाज तो पहुंची पुलिस और मिल गया अनाथ को कब्जा
उसके माता और पिता की मौत बचपन में ही हो गई थी। मासूम के ताऊ ने संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत थी। समाज जागा तो पुलिस ने मासूम का हक दिलाया।
प्रयागराज : अनाथ और मासूम बालक को उसका हक मिल गया। उसकी संपत्ति पर कब्जा जमा रहे उसके ताऊ को मनमानी बंद करनी पड़ी। यह मामला प्रतापगढ़ जनपद के उदयपुर थाना क्षेत्र से संबंधित है।
अनाथ प्रिंस के ताऊ की नीयत डोली
उदयपुर थाना क्षेत्र के भगवानदीन का पुरवा नरवल का ङ्क्षप्रस यादव (12) के माता-पिता की मौत उसके बचपन में ही हो गई थी। प्रिस के होने के पांच दिन बाद मां अनीता की मृत्यु हो गई थी। उसके पिता अंजनी यादव मुंबई में किसी फैक्ट्री में मजदूरी करते थे। वहां 10 साल पहले हत्या हो गई। इसके बाद उसे उसके मामा सतीश यादव निवासी नौगीर, सांगीपुर लेकर अपने घर चले आए। तब से वह ननिहाल में रहकर पढ़ाई कर रहा है। अकेला समझकर उसके ताऊ की नीयत डोल गई और उसने प्रिंस के कमरे में ताला बंद कर दिया। यह जानकारी होने पर प्रिंस के मामा सतीश नरवल गए और उन्होंने मकान पर कब्जा करने से रोका। इस पर उसने दबंगई दिखाई।
दैनिक जागरण की खबर ने दिखाया असर
31 जनवरी को मामा सतीश ने उदयपुर थाने में नामजद तहरीर दी। पुलिस कार्रवाई करने में आनाकानी करती रही। मासूम पर उसे रहम नहीं आ रहा था। बुधवार को यह मामला दैनिक जागरण में उजागर हुआ तो अफसरों द्वारा कार्रवाई के डर से पुलिस मौके पर पहुंच गई। समाज के गणमान्य लोग व नाते-रिश्तेदार भी जुटे। सबने बच्चे के ताऊ को अपनी हरकत से बाज आने को कहा। पुलिस ने भी आंखें तरेरी तो वह बैकफुट पर आ गया। इसके बाद सबके सामने बच्चे व उसके ताऊ की संपत्ति की सीमा अलग कर दी गई। दीवार का निर्माण शुरू हो गया।
कहते हैं एसओ
एसओ वीरेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि बच्चे का हद अलग कर उसे कब्जा दिलाने की कार्रवाई की जा रही है। मनमानी करने वालों पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।