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Allahabad University का नाम बदलने का विरोध, राष्ट्रपति तक पहुंचा मामला Prayagraj News

पिछले दिनों केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय का नाम बदलकर प्रयागराज विश्वविद्यालय करने के लिए जो प्रस्ताव मांगा था। इस प्रस्ताव से तमाम लोग आहत और नाखुश हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 09:58 AM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 04:51 PM (IST)
Allahabad University का नाम बदलने का विरोध, राष्ट्रपति तक पहुंचा मामला Prayagraj News
Allahabad University का नाम बदलने का विरोध, राष्ट्रपति तक पहुंचा मामला Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का नाम बदलने का मामला अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तक पहुंच गया है। विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इविवि का नाम बदले जाने पर अपना विरोध दर्ज कराया है।

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एमएलसी बासुदेव यादव ने राष्‍ट्रपति को भेजा पत्र

राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने कहा है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दुनिया भर में नाम है। इसी विश्वविद्यालय से मोतीलाल नेहरू, गोविंद वल्लभ पंत, डॉ. शंकरदयाल शर्मा, गुलजारी लाल नंदा, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चंद्रशेखर, सूर्य बहादुर थापा, नारायण दत्त तिवारी, हेमवती नंदन बहुगुणा, मुरली मनोहर जोशी, हरिवंश राय बच्चन जैसे दिग्गज निकले हैं।

एचआरडी मंत्रालय ने विश्वविद्यालय का नाम बदलने का मांगा था प्रस्ताव

पिछले दिनों केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय का नाम बदलकर प्रयागराज विश्वविद्यालय करने के लिए जो प्रस्ताव मांगा था। इस प्रस्ताव से तमाम लोग आहत और नाखुश हैं। विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने कहा कि प्रयागराज जिले के लोग इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम बदले जाने के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय का पुरा छात्र होने के नाते वह भी इस फैसले के विरोध में हैं।

इविवि के पूर्व छात्रसंघ अध्‍यक्ष ने एचआरडी मंत्रालय को पत्र लिखा

इसी क्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अविनाश विद्यार्थी ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराया है। सवाल किया कि आखिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नाम बदलने से कौन सा परिवर्तन आ जाएगा? नाम बदलने से न किसी छात्र, शोधार्थी और न किसी अध्यापक और समाज को कोई लाभ मिलने वाला है, बल्कि यहां से पढ़ाई कर चुके पुरा छात्रों के सामने एक नई समस्या उत्पन्न हो जाएगी।

बोले, छात्रों की परवाह नहीं, विश्वविद्यालय का नाम बदलने की जल्दी

अविनाश विद्यार्थी ने कहा कि लॉकडाउन में मंत्रालय को यहां छात्रावासों में रह रहे छात्रों की कोई परवाह नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय का नाम बदलने की जल्दी है। ऐसे ही छात्रनेता अखिलेश गुप्ता, अखिलेश यादव, अजय सम्राट, उदय प्रकाश यादव आदि ने भी विश्वविद्यालय का नाम बदले जाने का विरोध किया है।


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