नगर निगम की ढिलाई से फिर शहर में बढ़ रहा पॉलीथिन का कारोबार
नगर निगम की अनदेखी की वजह से शहर में एक बार फिर पॉलीथिन का कारोबार और प्रयोग बढ़ गया है। कुंभ मेला के दौरान सख्ती की वजह से पॉलीथिन के प्रयोग पर लगाम लगा था।
प्रयागराज, जेएनएन। पॉलीथिन जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। नालियों के जाम होने का बड़ा कारण भी यही है। साथ ही पॉलीथिन निगलने से पशुओं की जान पर भी बन जाती है। नगर निगम की ढिलाई के कारण संगम नगरी में फिर से पॉलीथिन का कारोबार बढ़ गया है। बहादुरगंज, मुट्ठीगंज, लोकनाथ, फाफामऊ और हनुमानगंज में पॉलीथिन का थोक कारोबार हो रहा है। नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग छोटी-छोटी कार्रवाई कर रहा है, लेकिन इससे कोई असर नहीं पड़ रहा है।
2018 में बड़े पैमाने पर की गई थी कार्रवाई
शासन द्वारा एक जुलाई 2018 से पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के बाद संगम नगरी में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई थी। इसी का परिणाम था कि 1.20 लाख और एक लाख का भारी जुर्माना एक बार में वसूला गया था। जुलाई से लेकर अक्टूबर तक नगर निगम ने 12 लाख 60 हजार जुर्माना वसूला था। प्रयागराज जुर्माना वसूलने में प्रदेश में दूसरे नंबर पर था। इसके लिए जिलाधिकारी को सम्मान भी मिला था।
कुंभ के दौरान पॉलीथिन का प्रयोग रोकने को थी सक्रियता
कुंभ तक पॉलीथिन के इस्तेमाल पर सख्ती रही। उसके बाद नगर निगम ढीला पड़ गया। संगम नगरी में मुख्य रूप से कानपुर और पंजाब से पॉलीथिन की सप्लाई होती है। नैनी, मुट्ठीगंज और दारागंज में पॉलीथिन बनती है, लेकिन आज तक पॉलीथिन का निर्माण करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। नगर आयुक्त डॉ. उज्ज्वल कुमार का कहना है कि जल्द ही पॉलीथिन को लेकर बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा। किसी भी सूरत में पॉलीथिन की ब्रिकी नहीं होने दी जाएगी।
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