फादर्स डे पर पिता को मार डाला, कौशाम्बी में पितृत्व पर भारी रिटायरमेंट की रकम का लालच
मंझनपुर के गांधी नगर के बैजनाथ मार्च में रेलवे विभाग से रिटायर हुए थे। बैजनाथ की पत्नी के अनुसार उनके बेटे सुरेंद्र वीरेंद्र व दोनों की पत्नियां जायदाद और रिटायर के बाद मिलने वाली रकम में बंटवारे को लेकर झगड़ा करते थे। बेटों ने ही पिता की हत्या कर दी।
कौशाम्बी, जेएनएन। फादर्स डे पर रविवार को कौशाम्बी में संपत्ति के विवाद में पुत्रों ने अपनी पत्नियों के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी। विश्व भर में लोग 20 जून यानी आज फादर्स डे पर जहां अपने पिता को याद करते हुए उनकी प्रगति में योगदान को नमन कर रहे हैं, पिता का आशीर्वाद लेकर उन्हें उपहार दे रहे हैं। वहीं कौशाम्बी में रिश्तों का खून कर दिया गया।
कौशाम्बी के मंझनपुर कस्बेे के गांधीनगर मोहल्ला में जायदाद व रुपयों में बंटवारे को लेकर हुए विवाद में बेटों ने पत्नियों के साथ मिल पिता को राड से पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद बहू व बेटे खुद ही कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने कत्ल में प्रयुक्त रॉड बरामद करने के साथ ही सभी आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
कौशाम्बी के गांधीनगर निवासी बैजनाथ (61) बीती मार्च में रेलवे से रिटायर हुए थे। उनकी पत्नी पती देवी के अनुसार पुत्र सुरेंद्र, वीरेंद्र तथा उनकी पत्नियां जायदाद और रिटायरमेंट के बाद मिली रकम के बंटवारे को लेकर झगड़ा करते थे। इसी कारण से बैजनाथ वह अपने सबसे छोटे बेटे नरेंद्र तथा बेटी पूजा के साथ दूसरे मकान में रहते थे।
रविवार सुबह बैजनाथ मवेशियों के लिए खेत से चारा लेकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान वीरेंद्र व सुरेंद्र के साथ उनकी पत्नियों ने उनको रास्ते में रोक लिया। इसके बाद पीटते-पीटते बैजनाथ को अपने घर ले गए और दरवाजा बंद कर रॉड और लात घूंसों से बेरहमी से पीटा।
सुरेंद्र का बेटा सचिन भी मारपीट में शामिल था। इसकी जानकारी होने पर नरेंद्र वहां पर मां के साथ पहुंचा और बैजनाथ को अस्पताल ले गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीओ मंझनपुर केजी सिंह का कहना है कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। छोटे बेटे नरेंद्र की तरफ से तहरीर मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने इलाके में सभी को सन्न कर दिया है।