ओडीएफ घोषित कौशांबी में भी की जा रही अपील-खुले में नहीं सार्वजनिक शौचालयों का ही करें प्रयोग
कौशांबी जिले में 452 ग्राम पंचायतें हैं। इन पंचायतों में पात्र लाभार्थियों को शौचालय योजना का लाभ दिया गया है। इसके बाद भी सभी लोगों को शौचालय योजना का लाभ अब तक नहीं मिल सका है। ऐसे में यह लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है।
कौशांबी, जेएनएन। यह सुनने में तो अजीब प्रतीत होता है लेकिन सही। वह यह कि यूपी के कौशांबी जिले को ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) घोषित किया जा चुका है। इसके बाद भी यहां खुले में शौच पूरी तरह से नहीं रोका जा सका है। अधिकारी लोगों से खुले में नहीं बल्कि सार्वजनिक शौचालयों का प्रयोग करने की अपील भी कर रहे हैं। अब सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण हो रहा है। कुछ शौचालयों का निर्माण पूरा हो गया है। कई ग्राम पंचायतों में शौचालय को बनाने का काम चल रहा है। इनका निर्माण पूरा होने पर जिला पूरी तरह से ओडीएफ हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार निर्माण पर अधिकारी नजर बनाए हुए हैं।
जिले में 452 ग्राम पंचायतें हैं। इन पंचायतों में पात्र लाभार्थियों को शौचालय योजना का लाभ दिया गया है। इसके बाद भी सभी लोगों को शौचालय योजना का लाभ अब तक नहीं मिल सका। ऐसे में यह लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हैं। अधिकारियों की मानें तो हर दिन कोई न कोई परिवार अलग होता है। गांव की आबादी भी बढ़ती रहती है। ऐसे में शौचालय की मांग बनी रहेगी। जिन परिवार के लोगों को किसी भी कारण से शौचालय निर्माण योजना का लाभ नहीं मिला या फिर उनके पास शौचालय नहीं है, वह खुले में शौच जाने के स्थान पर सार्वजनिक शौचालय का प्रयोग करें। इसके लिए हर ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण किया जा रहा है।
डीपीआरओ बताते हैं अब तक की प्रगति
डीपीआरओ गोपालजी ओझा ने बताया कि जिले में 452 सार्वजनिक शौचालय बनाया जाना है। इनमें करीब 230 का काम पूरा हो चुका है। 28 स्थानों पर भूमि विवाद के कारण शौचालय का निर्माण नहीं हो सका। शेष स्थानों पर निर्माण जारी है। जल्द ही गांवों में शौचालयों का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान को निर्देशित किया गया है।
लोगों को यह मिलेगी सुविधा
सार्वजनिक शौचालय में शौचालय के अतिरिक्त महिला व पुरुष के लिए दो-दो स्नान घर, एक सब मर्सिबल वाटर पंप और विद्युत कनेक्शन होगा। शौचालय के रखरखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होगी और गांव में तैनात सफाई कर्मचारी शौचालय की नियमित सफाई करेंगा। गांव के किसी व्यक्ति को इसके प्रयोग से रोका नहीं जा सकता।