Kumbh mela 2019 : मेले में ओडीओपी के उत्पादों की धूम, भीड़ देख उत्पादक खुश
कुंभ मेला क्षेत्र में ओडीपीओ उत्पादों की प्रदर्शनी में ग्राहकों की भीड़ बढ़ रही है। बिक्री तेज देख उत्पदकों में उत्साह है।
प्रयागराज : एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत कुंभ मेले में लगी प्रदर्शनी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र है। प्रदर्शनी में सूबे के सभी जिलों के लगे उत्पादों में कई खूब पसंद किए जा रहे हैं। अच्छी बिक्री से उत्पादकों के चेहरे खिले हैं।
प्रतापगढ़ के आंवले का मुरब्बा तो अमरूद की टॉफी की मांग
लड्डू, बर्फी, कैंडी चटपट, जूस, चूर्ण अचार, अमरूद की टॉफी, अयोध्या के स्ट्राबेरी, चाकलेटी फ्लेवर और सोंठ युक्त गुड़ खूब बिक रहे हैं। आंवले की सामग्रियां बेचने वाले अनिल जायसवाल बताते हैं कि करीब पांच से छह हजार की बिक्री हर रोज हो रही है। 15 जनवरी को अधिकतम 10 हजार की बिक्री हुई थी। गुड़ के उत्पाद बेचने वाले अविनाश चंद्र दुबे बताते हैं कि उनके पास 17-18 तरह के फ्लेवर हैं। प्रतिदिन की औसत बिक्री करीब सात-आठ हजार रुपये है। प्रयागराज के मूंज की बनी डोलची और भौंकी, कुशीनगर के केला फाइबर की बनी कैप, पूजा आसन, पायदान, बैग, फाइल कवर, पेन स्टैंड, फ्लावर पाटर््स की भी खूब धूम है। इनके विक्रेता रवि प्रसाद के मुताबिक प्रतिदिन की बिक्री करीब 15 से 20 हजार रुपये है।
चित्रकूट के लकड़ी के खिलौने, कन्नौज के इत्र की महक भी
चित्रकूट के लकड़ी के बने खिलौने बच्चों को खूब भा रहे हैं। लकड़ी के बने डमरू, लट्टू, गुलेल, मोटर-गाड़ी, गन मॉडल के धनुष-बाण की अधिक बिक्री है। बलराम सिंह बताते हैं कि औसतन प्रतिदिन 10 से 15 हजार की बिक्री हो रही है। कन्नौज के इत्र, धूपबत्ती, अगरबत्ती की महक भी श्रद्धालुओं को खूब भा रही है। इन उत्पादों के विक्रेता राजीव कुमार वाजपेयी बताते हैं कि प्रतिदिन औसत बिक्री पांच से 10 हजार की है।
यह सामान भी बिक रहे
बांदा का शजर पत्थर भी खूब बिक रहा है। तरह-तरह के पत्थर अंगूठी में इस्तेमाल किए जाते हैं। अलीगढ़ के पीतल के ताले, कानपुर के चमड़े के सामान, सहारनपुर के सोफा, डायनिंग टेबल, बेड भी खूब बिक रहे हैं।
क्या कहते हैं संयुक्त आयुक्त उद्योग
प्रयागराज मंडल के संयुक्त आयुक्त उद्योग सुधांशु तिवारी का कहना है कि प्रतिदिन औसतन चार हजार लोग प्रदर्शनी देखने के लिए आ रहे हैं। मऊ की साड़ी, कौशांबी के केले के रेसे की बनी सामग्रियों की भी खूब मांग है।