Prayagraj News: आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों की Nutrition Competition आज, छह मानक तय किए गए हैं
प्रयागराज के जिला कार्यक्रम अधिकारी बोले कि दो अक्टूबर को पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की रैंकिंग प्रथम द्वितीय व तृतीय में की जाएगी। बच्चों के माता-पिता विशेषकर माताओं को प्रमाणपत्र भी दिए जाएंगे। स्वस्थ पाए गए बच्चे पुरस्कृत होंगे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण माह मनाया जा रहा है। इसके तहत आज गुरुवार को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। इसमें विजयी बच्चों को रैंकिंग के आधार पर गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर को पुरस्कृत किया जाएगा। पांच वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार और पोषण के महत्व के बारे में लोगों को जानकारी देने के लिए प्रतियोगिता आयोजित है। प्रतियोगिता में छह मानक तय किए गए हैं, इन सभी के अलग-अलग अंक निर्धारित हैं।
इन मानकों के अनुरूप मिलेंगे अंक : मासिक वृद्धि निगरानी के लिए पांच अंक, व्यक्तिगत स्वच्छता के तहत साफ हाथ, नाखून कटे होने, पोषण श्रेणी (ऊंचाई लंबाई के सापेक्ष वजन) जो लगातार सामान्य श्रेणी में हों या गंभीर तीव्र अति कुपोषित (सैम) से मध्यम गंभीर कुपोषित (मैम) या फिर मैम से सामान्य श्रेणी में आए हों, उसके लिए 10-10 अंक मिलेंगे।
आहार की स्थिति पर अंक : शून्य से छह माह तक केवल स्तनपान, छह माह से तीन वर्ष तक प्राप्त होने वाले पुष्टाहार का नियमित सेवन, तीन से पांच वर्ष के बच्चों को पोषाहार का नियमित सेवन तथा आंगनबाड़ी केंद्र में उपस्थिति के लिए और आयु आधारित टीकाकरण के लिए 10-10 अंक मिलेंगे। जबकि डीवार्मिंग के लिए पांच अंक दिए जाएंगे।
क्या कहते हैं जिला कार्यक्रम अधिकारी : प्रयागराज के जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह ने बताया की दो अक्टूबर को पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की रैंकिंग- प्रथम, द्वितीय व तृतीय के रूप में की जाएगी। बच्चों के माता-पिता विशेषकर माताओं को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। स्वस्थ पाए गए बच्चों को उनकी रैंकिंग के अनुसार पुरस्कार के रूप में उपहार दिये जाएंगे।
यह करेंगे बच्चों का चयन : ग्राम सभा के प्रतिनिधि, पोषण पंचायत के सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका, एएनएम/ आशा और स्थानीय शिक्षक पुरस्कार के लिए बच्चों का चयन करेंगे।
प्रतियोगिता का उद्देश्य : स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का उद्देश्य शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, स्वस्थ बच्चे पर कुपोषित बच्चे की तुलना में ज्यादा ध्यान देना। समुदाय को बच्चे के स्वास्थ्य एवं पोषण को भावनात्मक स्तर से जोड़ना तथा स्वास्थ्य एवं पोषण के बारे में जागरूक करना। समुदाय में अभिभावकों के मध्य अपने बच्चे को स्वस्थ एवं सुपोषित रखने के लिए प्रति स्पर्धात्मक माहौल तैयार करना। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की सेवाओं को प्राप्त वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि लाना। बच्चों की वृद्धि एवं विकास की निरंतर निगरानी करते हुए समय से कुपोषण की पहचान करना और कुपोषण को दूर करना प्रतियोगिता का उद्देश्य है।