वायु प्रदूषण से बढ़ रही मरीजों की संख्या
शहर में उड़ रहे धुआं व धूल भले ही न दिखाई देता हो लेकिन यह सीधे आपके शरीर में प्रवेश कर नुकसान पहुंचा रहा है।
By Edited By: Published: Mon, 12 Feb 2018 10:54 PM (IST)Updated: Thu, 15 Feb 2018 01:00 PM (IST)
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : शहर में उड़ रहे धुआं व धूल भले ही न दिखाई देता हो लेकिन यह सीधे आपके शरीर में प्रवेश कर नुकसान पहुंचा रहा है। इन दिनों अस्पतालों में सबसे अधिक मरीज सिर्फ श्वांस रोग के ही पहुंच रहे हैं। डाक्टरों के आंकड़ों पर गौर करें तो जनपद में 60 प्रतिशत मरीज प्रदूषण से बढ़ रहे हैं। हमारी आबोहवा में वायु का प्रदूषण काफी बढ़ गया है। इसका प्रमुख कारण बड़ी संख्या में डग्गामार वाहनों का चलना व खराब सड़कों का होना माना जाता है। दूषित वायु जब फेफड़े में पहुंचता है तो इससे अस्थमा और दमा की समस्या बढ़ जाती है। दूषित वायु से एलर्जी की समस्या अधिक बढ़ रही है। .......... 'वायु प्रदूषण से श्वांस संबंधी रोग होने की संभावना अधिक होती है। धूल व धुआं नाक के जरिए सीधे शरीर में प्रवेश कर रहा है। दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों की तरह इलाहाबाद भी वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। सड़क पर चलते समय हर हाल में मॉस्क का प्रयोग करना चाहिए' डॉ. तारीक महमूद, एचओडी : टीबी एवं चेस्ट विभाग, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज 'वायु प्रदूषण से ग्रसित होकर मरीज बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं। श्वास संबंधी मरीज जहां पहले प्रतिदिन 50 से 70 की संख्या में यहां आते थे अब उनकी संख्या करीब 120 के पास पहुंच चुकी हैं। इलाहाबाद भी वायु प्रदूषण की चपेट में है। इसमें कम उम्र के लोग अधिक हैं' डॉ. एसएन त्रिपाठी, टीबी एवं चेस्ट विशेषज्ञ, बेली अस्पताल
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