अब रिवाल्विंग फंड के माध्यम से महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
रिवाल्विंग फंड के जरिए महिलाओं को रोजगार देने का प्रयास हो रहा है। पहले फेज में गरीब व पिछड़ी ग्राम पंचायतों को लेने पर जोर है। महिलाओं को रोजगार लगाने के लिए टिप्स दिए जा रहे हैं।
प्रयागराज : शासन की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना गरीब महिलाओं के लिए प्रतापगढ़ में संजीवनी साबित हो रही है। पहले फेज पट्टी तहसील क्षेत्र के बाबा बेलखरनाथधाम व सदर के मानधाता ब्लाक को लिया गया है। दोनों ब्लाक के दर्जनों ग्राम पंचायतों में अब तक कुल 7944 समूह बनाए जा चुके हैं। समूह को मजबूत करने के लिए मिलने वाले रिवाल्विंग फंड से 7944 महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। इस फंड से वह उद्योग व अन्य कार्य कर अपने परिवार को गरीबी से निजात दिला सकेंगी।
रजवाड़ों के जिले में आज भी गरीबी
राजा रजवाड़ों के जिले में आज भी गरीबी देखने को मिल रही है। जिले में हजारों ऐसे परिवार हैं जो आज भी गरीबी से उबर नहीं पा रहे हैं। गरीब महिलाओं को अपने परिवार को गरीबी से निजात दिलाने के लिए शासन की योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन दिसंबर 2018 में आई। इसके पीछे शासन का मकसद है कि वह ब्लाकवार सबसे पिछड़ी ग्राम पंचायतों जिसमें बेहद गरीब परिवार की संख्या अधिक हो। ऐसे परिवार को योजना से जोड़कर उन्हें जागरूक करें। प्रशिक्षण देकर उनको और तमाम गरीब लोगों को जोड़ें। इसके बाद समूह तैयार करके रिवाल्विंग फंड भेजकर उन्हें रोजगार बढ़ाने पर जोर दिया जाए। इसमें वह फंड के जरिए मोमबत्ती, पशुपालन, बकरी पालन समेत उद्योग लगा सकेंगे। तभी जाकर गरीबी दूर होगी।
यह है रिवाल्विंग फंड
रिवाङ्क्षल्वग फंड का अर्थ है पारिश्रमिक निधि। जब समूह पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा तो राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत प्रत्येक समूह को रिवाङ्क्षल्वग फंड यानि 15 हजार के हिसाब से खाते में भेजा जाएगा। इसके बाद खाते से पैसा निकालकर उद्योग लगा सकेंगी। इसमें उनको केवल किश्त के रूप से सारा पैसा वापस करना पड़ेगा। इसमें उनको काफी सहूलियत दी जाएगी।
कहते हैं मनरेगा के अधिकारी
डीसी मनरेगा ओपी गुप्ता कहते हैं कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना गरीब महिलाओं के लिए संजीवनी साबित हो रही है। इसमें गरीब महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार लगाने के टिप्स दिए जा रहे हैं। ताकि वह रिवाङ्क्षल्वग फंड के जरिए उद्योग लगा सकें। इसके पीछे शासन का मकसद है कि वह खुद आत्मनिर्भर बनें और दूसरों को बनाएं।