मांगलिक व शुभ कार्य की तैयारी में हैं तो अभी चार माह रुकना पड़ेगा, जानें कब शुरू होगा शुभ मुहूर्त
प्रयागराज के ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि 16 दिसंबर की सुबह 6.49 बजे खरमास लग जाएगा। खरमास 14 जनवरी को दिन में 2.37 बजे खत्म होगा। हालांकि उसके बाद पौष शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि 16 जनवरी 2021 से गुरु अस्त हो जाएंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। आप किसी सगे-संबंधी का विवाह करना चाह रहे हैं अथवा अन्य मांगलिक व शुभ कार्य की तैयारी में हैं तो अभी रुकना पड़ेगा। इसके लिए 22 अप्रैल 2021 तक की प्रतीक्षा करनी होगी, क्योंकि चार महीने तक कोई मांगलिक कार्य करने का मुहूर्त नहीं है। बिना मुहूर्त के शुभ कार्य करना अनुचित रहेगा। 16 दिसंबर से खरमास भी लग जाएगा।
खरमास 14 जनवरी को दिन में 2.37 बजे खत्म होगा
ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि 16 दिसंबर की सुबह 6.49 बजे खरमास लग जाएगा। खरमास 14 जनवरी को दिन में 2.37 बजे खत्म होगा। हालांकि उसके बाद पौष शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि 16 जनवरी 2021 से गुरु अस्त हो जाएंगे। गुरु के अस्त होने पर भी कोई मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। गुरु माघ शुक्लपक्ष की प्रतिप्रदा तिथि 12 फरवरी को सुबह 10.6 बजे उदित होंगे। तीन दिन उनका बाल्यकाल रहेगा। फिर माघ शुक्लपक्ष चतुर्थी तिथि 14 फरवरी को शुक्र वृद्ध हो जाएंगे। इसके तीन दिन बाद यानी 17 फरवरी को शुक्र अस्त हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में कोई मांगलिक कार्य नहीं होंगे। शुक्र का उदय चैत्र शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि 19 अप्रैल को होगा। उदित होने के तीन दिन तक उनका बाल्यत्व रहेगा। शुक्र का बाल्यत्व 22 अप्रैल की सुबह 5.41 बजे खत्म होगा। यहीं से मांगलिक कार्यों का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
बोले, पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक
पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय बताते हैं कि मांगलिक व शुभ कार्यों में गुरु व शुक्र का उदित होना अनिवार्य है। बिना उसके कोई कार्य नहीं करना चाहिए। अगर दोनों के अस्त होने पर मांगलिक कार्य किए जाते हैं तो ऐसे व्यक्ति के जीवन में निरंतर विघ्न बना रहता है।