कौशांबी के बौद्ध स्थलों के विकास की सरकार ने रूपरेखा तय की
यूपी सरकार के बजट के बाद कौशांबी के बौद्ध स्थलों के विकास का रास्ता खुल गया है। यहां विदेशों से भी अनुयायी आते हैं। उनकी सुविधा के लिए विकास किया जाएगा।
प्रयागराज : कौशांबी जिले के जैन व बौद्ध स्थलों में भारत ही नहीं कंबोडिया, थाईलैंड, श्रीलंका आदि देेशों के लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है। आए दिन यहां पर पर्यटकों का आना-जाना बना रहता है। करोड़ों की लागत से मंदिर व पर्यटक स्थल तो बनाए गए हैं, लेकिन सुविधा नगण्य हैं। जानकारी होते हुए भी पर्यटकों को इन स्थलों तक पहुंचने में असुविधा होती है। इस बार के बजट में सरकार ने पर्यटकों की सुविधा के लिए बौद्ध स्थल को विकसित करने की रूपरेखा तैयार की है।
कौशांबी बौद्ध स्थल का होगा सुंदरीकरण
पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि कौशांबी बौद्ध स्थल में हजारों पर्यटकों का आना-जाना है। पूर्व में एक हेक्टेयर भूमि राजस्व विभाग ने सुरक्षित की है। उस भूमि पर पर्यटकों की सुविधा के लिए भवन, शौचालय, स्नान घर, हाल व पार्क बनने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। बजट में उस प्रस्ताव को शामिल किया गया है। धनराशि मिलने के बाद कार्य योजना के मुताबिक विकास कार्य कराया जाएगा। इसके बाद वहां पर आने वाले पर्यटकों को असुविधा नहीं होगी।
वन विभाग 22 करोड़ पौधे लगाएगा
पर्यावरण के संरक्षण के लिए धरती पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण का फैसला लिया गया है। जारी किए गए बजट में धरा पर हरियाली कायम करने के लिए मिलने वाली धनराशि से वन विभाग 22 करोड़ पौधे लगाएगा। इसके लिए वन विभाग कार्ययोजना भी तैयार कर लिया है।
पशुपालन से मजबूत होंगे किसान
प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन को बढ़ावा देने का फैसला पंडित दीनदयाल लघु डेयरी योजना के तहत पशुपालन के लिए 10 हजार इकाइयां लगाई जाएगी। इससे किसानों को लाभ होगा। शासन के इस फैसले को लेकर पशुपालन से जोड़े लोग खुश हैं।