Corona virus news : अब शरीर से सीधे प्लाज्मा निकालेगी एफेरेसिस मशीन, कोरोना मरीजों के इलाज में होगी सहूलियत
मशीन से संपूूूर्ण रक्त निकालने की जरूरत नहीं होगी बल्कि यह सीधे सिर्फ प्लाज्मा ही निकालेगी। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल को इस मशीन की सौगात मिली है। गुरुवार को मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी ने इसका लोकार्पण किया।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से करने के लिए अब एफेरेसिस मशीन का प्रयोग किया जाएगा। इस मशीन से संपूूूर्ण रक्त निकालने की जरूरत नहीं होगी बल्कि यह सीधे सिर्फ प्लाज्मा ही निकालेगी। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल को इस मशीन की सौगात मिली है। गुरुवार को मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी ने इसका लोकार्पण किया।
मेडिकल कॉलेज को मिली इसकी सौगात
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग एसआरएन अस्पताल में चल रहा है। इसमें जो मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं और उनके शरीर में एंटीबॉडी बन गई है उनका प्लाज्मा लेकर कोरोना संक्रमित मरीजों को चढ़ाया जा रहा है। इसका सकारात्मक लाभ भी मिल रहा है।
होल ब्लड लेने की जरूरत नहीं
अब प्लाज्मा देने वालों के लिए राहत होगी। अभी तक उनसे प्लाज्मा लेने के लिए उनका होल ब्लड लिया जाता था और फिर उससे प्लाज्मा अलग किया जाता था लेकिन एफेरेसिस मशीन आने के बाद प्लाज्मा देने वाले व्यक्ति के शरीर से सीधे सिर्फ प्लाज्मा ही निकाल जा सकेगा। वैसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 नवंबर को ही इस मशीन का लोकार्पण कर दिया था।
पैथालॉजी की विभागाध्यक्ष डॉ. वत्सला मिश्रा ने बताया कि प्लाज्मा के साथ-साथ इस मशीन से प्लेटलेट्स भी निकाला जा सकता है। इस मौके पर डॉ. कचनार वर्मा, प्रभारी डॉ. रवि रानी मिश्रा, डॉ. एसबी यादव, आरएस यादव, डॉ वैभव आदि शामिल रहे।
शुरू हो चुका है कनवलसेंट प्लाज्मा बैंक
डॉ. वत्सला मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में कनवलसेंट प्लाज्मा बैंक शुरू हो गया है। इसमें कोरोना से ठीक हुए व्यक्तियों से प्राप्त हुए प्लाज्मा को एकत्र किया जा रहा है। प्लाज्मा रक्तदाता बनने के लिए 9795158566 और 9451686885 पर संपर्क किया जा सकता है।