कुख्यात अपराधी फिरोज ने प्रयागराज से रखा था अपराध की दुनिया में कदम, मुंडेरा में बीता था बचपन Prayagraj News
कुख्यात अपराधी फिरोज प्रयागराज के मुंडेरा का रहने वाला था। अपराध की दुनिया में यहीं से कदम रखा था। मुंबई जाकर वारदात को अंजाम देने लगा था। कौशांबी पुलिस भी उसे खोज रही थी।
प्रयागराज, जेएनएन। बस्ती जनपद में एसटीएफ द्वारा मुठभेड़ में ढेर कुख्यात अपराधी फिरोज पठान ने अपराध की शुरुआत प्रयागराज से की थी। मुंडेरा में अपना बचपन बिताने वाले फिरोज ने बाद में प्रयागराज से लेकर मुंबई और पूरे पूर्वांचल में लूटमार की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस की नाक में दम कर दिया था। कौशांबी में लूट की एक घटना में उस पर आइजी रेंज ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
बस्ती में आइसीआइसीआइ बैंक में 41 लाख लूट लिया था
बस्ती पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में आइसीआइसीआइ बैैंक से 41 लाख रुपये लूटने वाले गिरोह के सरगना फिरोज पठान पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। कुछ दिन पहले गिरोह के छह बदमाश पकड़े जा चुके थे। सोमवार को फिरोज को एसटीएफ ने ढेर कर दिया। यह खबर फैली तो प्रयागराज और कौशांबी पुलिस ने भी राहत की सांस ली। वहीं मुंडेरा में फिरोज को जानने वाले लोग चौंक पड़े।
यहां चोरी की घटनाओं से अपराध की दुनिया में कदम रखा था
मूलरूप से रायबरेली के फिरोज पठान का परिवार कुछ दशक पहले मुंडेरा में बस गया था। फिरोज के माता-पिता और एक भाई हनी की मौत हो चुकी है। फिरोज ने यहां चोरी की घटनाओं से अपराध की दुनिया में कदम रखा था। एसटीएफ के एक अफसर ने बताया कि पुलिस खोजने लगी तो करीब 20 साल पहले फिरोज मुंबई चला गया था, जहां उसका भाई अनीस रहता है। मुंबई में उसका संपर्क यूपी के पूर्वाचल के अपराधियों से हुआ। कुछ साल पहले उसने यूपी लौटकर प्रयागराज, कौशांबी से लेकर जौनपुर, आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज जनपदों में लूट और सुपारी लेकर कत्ल की वारदात शुरू कर दिया।
सरायअकिल पुलिस फिरोज के भतीजे और साले को गिरफ्तार कर लिया था
मुंडेरा में फिरोज का भतीजा वसीम और सरायअकिल के पुरखास में रहने वाले साला अफसर उर्फ गुड्डू भी उसके लिए लूटपाट करने लगे। हालांकि फिरोज का पत्नी से अलगाव हो चुका है लेकिन साला गुड्डू संपर्क में बना रहा। पिछले साल कौशांबी के सरायअकिल में सहज जनसेवा केंद्र में दिनदहाड़े पौने चार लाख रुपये लूट की वारदात भी फिरोज ने ही अंजाम दी थी। कौशांबी पुलिस की संस्तुति पर आइजी रेंज प्रयागराज ने फिरोज पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। सरायअकिल पुलिस ने उसके भतीजे और साले को गिरफ्तार कर लिया जबकि फिरोज नहीं मिल रहा था।
बोले धूमनगंज के इंस्पेक्टर
इंस्पेक्टर धूमनगंज शमशेर बहादुर सिंह का कहना है कि मुंडेरा में फिरोज के घर पर अक्सर पुलिस छापेमारी करती रहती थी। मुखबिर भी लगाए गए थे। गिरफ्तारी के डर से वह घर आने की बजाय कौशांबी में दूसरे ठिकानों पर छिपता था।