Northeast Railway Campaign: रेलवे ट्रैक पर पतंगबाजी दुर्घटना का बनता है कारण, प्रयागराज में चल रहा जागरूकता अभियान
रेलवे ट्रैक पर अक्सर बच्चों की लापरवाही देखने को मिल ही जाती है। बच्चे अपनी पतंग उड़ाते हैं। कुछ और बच्चे भी पहुंच जाते हैं फिर सभी पतंगबाजी में तल्लीन हो जाते हैं और आने वाले खतरे से बेफिक्र रहते हैं। इन बच्चों के अभिभावक भी लापरवाही करते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। लापरवाही के कारण रेलवे ट्रैक पर भी पतंगबाजी के कारण हादसे होते रहते हैं। पतंग उड़ाने के चक्कर में रेलवे ट्रैक पर आने वाले खतरे से लोग विशेषकर बच्चे अनजान बने रहते हैं और हादसे हो जाते हैं। पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से रेलवे ट्रैक के पास पतंग न उड़ाने को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए डीआरएम के ट्विटर हैंडल से अभियान भी चलाया गया है। इसमें बताया कि ट्रैक पर पतंग उड़ाने से आने वाली ट्रेन का ध्यान नहीं रहता। इससे दुर्घटना की आशंका रहती है। पतंगों की डोर 25 हजार वोल्ट की लाइनों के संपर्क में आने से बिजली का तेज झटका लग सकता है। झुलसने से मामला गंभीर हो सकता है।
पतंगबाज अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे
दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से जागरूकता अभियान चलाया गया है। फिर भी पतंगबाज अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रयागराज में रामबाग से प्रयागराज जंक्शन के बीच अक्सर बच्चे और युवा पतंगबाजी करते नजर आते हैं। मकरसंक्रांति पर्व आने पर पतंगबाजों की बाढ़ सी आ जाती है। इस दौरान वे रेलवे ट्रैक पर भी आने से परहेज नहीं करते हैं। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है और जान भी गंवानी पड़ सकती है। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने जागरूकता अभियान चलाया है।
बच्चों के साथ ही अभिभवकों की भी लापरवाही
हालांकि इसके बाद भी रेलवे ट्रैक पर अक्सर बच्चों की लापरवाही देखने को मिल ही जाती है। बच्चे अपनी पतंग उड़ाते हैं। कुछ और बच्चे भी पहुंच जाते हैं फिर सभी पतंगबाजी में तल्लीन हो जाते हैं और आने वाले खतरे से बेफिक्र रहते हैं। यही नहीं इन बच्चों के अभिभावक भी लापरवाही करते हैं। वह अपने काम में लगे रहते हैं। उनकी बच्चों को लेकर बेफिक्री किसी भी दिन हादसे में बदल सकती है। रेलवे ट्रैक पर आरपीएफ के जवान जब गश्त पर आते हैं तो बच्चे भागने लगते हैं।
बोले, पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ
पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ अशोक कुमार का कहना है कि रेलवे लाइन पर लोग पतंगबाजी न करें। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझकर लापरवाही नहीं करनी चाहिए।