उत्तर मध्य रेलवे ने सौर ऊर्जा से 94 लाख यूनिट बिजली उत्पादन किया, बचाए 3.82 करोड़ रुपये
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य बिजली इंजीनियर सतीश कोठारी ने बताया कि सौर संयंत्रों के रखरखाव को अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है। प्रत्येक संयंत्र में इनवर्टर वार सौर ऊर्जा उत्पादन की मानिटरिंग की जा रही है। रेलवे की आय बढ़े इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। उत्तर मध्य रेलवे ने अप्रैल से दिसंबर 2021 तक सौर ऊर्जा से 94 लाख यूनिट बिजली उत्पादन किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है। सौर ऊर्जा से तैयार बिजली का प्रयोग कर रेलवे ने 3.82 करोड़ बचाए हैं। वर्तमान में उत्तर मध्य रेलवे की कुल स्थापित क्षमता 11.03 मेगावाट है। इसमे से 120 केडब्ल्यूपी रेलवे लगाया गया है।
रेलवे ने इन प्रमुख स्थानों पर लगाए रूफ टाप सोलर प्लांट
स्टेशन भवन, कार्यशालाएं, ट्रेनिंग विद्यालय, महाप्रबंधक कार्यालय और मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय भवन आदि प्रमुख स्थानों पर रूफ टाप सोलर प्लांट लगाए गए हैं। अप्रैल से दिसंबर के दौरान सौर ऊर्जा का उपयोग करके उत्तर मध्य रेलवे की ओर से कार्बन फुटप्रिंट में लगभग 8000 टन की कमी की गई है। उत्तर मध्य रेलवे के सौर पैनलों ने 12.9 प्रतिशत का सीयूएफ दर्ज हुआ है।
उत्तर मध्य रेलवे का यह है मिशन
'सौर मिशन-उत्तर मध्य रेलवे' के तहत, रेलवे ने 2021-22 के लिए 1.3 करोड़ यूनिट की उच्चतम सौर ऊर्जा उत्पन्न करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस उत्पाद से लगभग 5 करोड़ रुपये की बचत होगी।
एनसीआर के महाप्रबंधक ने यह कहा
महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे प्रमोद कुमार ने अपनी कुल गैर-कर्षण विद्युत ऊर्जा खपत में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए विशेष योजना तैयार किया है।
मुख्य बिजली इंजीनियर बोले- रेलवे की आय बढ़ाने को बनी कार्ययोजना
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य बिजली इंजीनियर सतीश कोठारी ने बताया कि सौर संयंत्रों के रखरखाव को अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है। प्रत्येक संयंत्र में इनवर्टर वार सौर ऊर्जा उत्पादन की मानिटरिंग की जा रही है। रेलवे की आय बढ़े इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है।