प्रयागराज में पहले भी हुए हैैं जलकल अफसरों पर हमले, नियम विरूद्ध काम न करना हो सकती है वजह
जलकल विभाग के मीडिया प्रभारी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले वर्ष नवंबर में गुडिय़ा तालाब स्थित अधिशासी अभियंता आवास पर भी हरीशचंद्र बाल्मीकि पर हमला हुआ था। तब वह सचिव के पद पर थे। बाल्मीकि को उस समय बेल्ट से मारा गया था।
प्रयागराज, जेएनएन। नगर निगम के अधीन सेवाएं देने वाले जल कल विभाग के अफसरों पर हमला नई बात नहीं है। इससे पहले भी अधिकारियों पर हमले हुए हैैं। नियम विरूद्ध काम नहीं करने पर ऐसे हमले किए जाते हैैं। पुलिस कार्रवाई में उदासीन रहती है, इसलिए अराजक तत्वों को बढ़ावा मिलता है।
जलकल विभाग के मीडिया प्रभारी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले वर्ष नवंबर में गुडिय़ा तालाब स्थित अधिशासी अभियंता आवास पर भी हरीशचंद्र बाल्मीकि पर हमला हुआ था। तब वह सचिव के पद पर थे। बाल्मीकि को उस समय बेल्ट से मारा गया था। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे पूर्व जलकल के ही महाप्रबंधक रह चुके रछपाल सिंह सलूजा पर भी खुल्दाबाद स्थित आवास पर हमला हुआ था। महाप्रबंधक जलकल विभाग हरिश्चंद्र बाल्मीकि ने बताया कि हमलावर कौन थे और किस वजह से हमला किया। इसके बारे में मैं भी कुछ नहीं समझ पाया। किसी तरह मैैंने हमलावरों से अपनी जान बचाई थी। पुलिस छानबीन कर रही है।
परिसर में स्थापित होगी पुलिस चौकी
महापौर अभिलाषा गुप्ता ने बताया कि वह कई पार्षदों के साथ इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिली हैं। एसएसपी ने हमलावरों की गिरफ्तारी और हिस्ट्रीशीट खोलने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से परिसर में ही पुलिस चौकी स्थापित करने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल में पार्षद अखिलेश ङ्क्षसह, दीपक कुशवाहा, रोचक दरबारी, अनूप मिश्रा, पूर्व पार्षद राजेश कुशवाहा आदि शामिल थे। माना जा रहा है कि कुछ लोगों ने नियम विरूद्ध काम नहीं करा पाने की खीज में यह हमला किया है। हमलावरों को मालूम था कि पीछे की तरफ सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। 10.35 बजे तक आवास पर ही अभियंताओं की बैठक हुई थी।